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आदिवासी युवाओं को शिक्षा से जोड़ना अत्यंत आवश्यक: जीवन

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विश्व आदिवासी दिवस. राजमहल कोल परियोजना के बड़ा भोराय पुनर्वास स्थल में कार्यक्रम प्रतिनिधि बोआरीजोर. राजमहल कोल परियोजना के बड़ा भोराय पुनर्वास स्थल स्थित चांद भैरव स्टेडियम में आदिवासी समिति द्वारा विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस मौके पर आदिवासी नेता एवं ग्रामीण सिदो कानू चौक, ललमटिया पहुंचे और सिदो कानू की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की. साथ ही गुरुजी शिबू सोरेन के निधन पर दो मिनट का मौन रखकर उन्हें श्रद्धांजलि दी गयी. कार्यक्रम के दौरान चांद भैरव स्टेडियम में आयोजित विशाल जनसभा को विभिन्न नेताओं ने संबोधित किया. जेपीएससी में सफलता प्राप्त करने वाले जीवन टुडू ने कहा कि आदिवासी समाज को विकास की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए समाज के सभी लोगों को एकजुट होकर कार्य करना होगा. उन्होंने कहा कि आदिवासी युवाओं को शिक्षा से जोड़ना अत्यंत आवश्यक है. जब समाज शिक्षित होगा तभी उसका समुचित विकास संभव है. उन्होंने यह भी कहा कि वर्तमान समय में आदिवासी युवा नशे की गिरफ्त में आकर अपना भविष्य बर्बाद कर रहे हैं, इसलिए युवाओं को इससे दूर रहना चाहिए. अगर कोई व्यक्ति इच्छाशक्ति और कृतसंकल्प के साथ पढ़ाई करे तो सफलता अवश्य मिलती है. आदिवासी नेता प्रमोद हेंब्रम ने कहा कि झारखंड राज्य की पहचान आदिवासी समुदाय से है, और आदिवासी की पहचान उसकी संस्कृति और धर्म से होती है. इसलिए आदिवासी ग्रामीणों को अपनी संस्कृति और धर्म को कभी नहीं भूलना चाहिए. मौके पर अजीत हेंब्रम, मनोज टुडू, मुखिया मरंगमय टुडू, शिक्षक नीतलाल सोरेन, संझला हांसदा, मुकेश, मंचन हांसदा, सुनील हेंब्रम, जीत वरण बास्की आदि उपस्थित थे.

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