शेयर मार्केट की आज की खबर पर निवेशक आज गौर किए बिना नहीं रह पाएंगे। क्योंकि, MSCI इंडिया इंडेक्स में कुछ बड़े बदलाव हुए हैं, जिससे कुछ कंपनियों के शेयरों पर आज नजर रखना ही पड़ेगा। स्विगी, विशाल मेगा मार्ट, वारी एनर्जीज इंडिया और हिताची एनर्जी इंडिया जैसे बड़े नाम अब इस इंडेक्स का हिस्सा बन गए हैं।
शेयर मार्केट की आज की खबर पर निवेशक आज गौर किए बिना नहीं रह पाएंगे। क्योंकि, MSCI इंडिया इंडेक्स में कुछ बड़े बदलाव हुए हैं, जिससे कुछ कंपनियों के शेयरों पर आज नजर रखना ही पड़ेगा। स्विगी, विशाल मेगा मार्ट, वारी एनर्जीज इंडिया और हिताची एनर्जी इंडिया जैसे बड़े नाम अब इस प्रतिष्ठित इंडेक्स का हिस्सा बन गए हैं। इसका सीधा मतलब है कि इन कंपनियों में अब विदेशी निवेशकों की दिलचस्पी बढ़ेगी और इनके शेयरों में बड़े पैमाने पर पैसा आएगा।
स्विगी और विशाल मेगा मार्ट की बल्ले-बल्ले
इस बदलाव से सबसे ज्यादा फायदा स्विगी और विशाल मेगा मार्ट को होने वाला है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, स्विगी में करीब 289 मिलियन डॉलर और विशाल मेगा मार्ट में 258 मिलियन डॉलर का निवेश आ सकता है। वारी एनर्जीज और हिताची एनर्जी को भी क्रमशः 233 मिलियन डॉलर और 230 मिलियन डॉलर का बड़ा निवेश मिलने की उम्मीद है। ये सभी बदलाव 26 अगस्त, 2025 को मार्केट बंद होने के बाद प्रभावी होंगे।
सोना बीएलडब्ल्यू और थर्मेक्स को लगा झटका
जहां कुछ कंपनियों के लिए जश्न का माहौल है, वहीं सोना बीएलडब्ल्यू प्रिसिजन फोर्जिंग्स और थर्मेक्स जैसी कंपनियों को निराशा हाथ लगी है। इन दोनों को MSCI इंडिया इंडेक्स से बाहर कर दिया गया है। इस वजह से सोना बीएलडब्ल्यू से 163 मिलियन डॉलर और थर्मेक्स से 121 मिलियन डॉलर की बिकवाली देखने को मिल सकती है।
हालांकि, इन दोनों को MSCI स्मॉलकैप इंडेक्स में शामिल किया गया है, जिससे इन्हें थोड़ी राहत मिल सकती है। सोना बीएलडब्ल्यू को स्मॉलकैप इंडेक्स से 40 मिलियन डॉलर और थर्मेक्स को 30 मिलियन डॉलर का निवेश मिलने का अनुमान है।
स्मॉलकैप इंडेक्स में भी हुआ बड़ा उलटफेर
MSCI स्मॉलकैप इंडेक्स में भी खूब हलचल मची है। कुल 15 नए शेयर इस इंडेक्स में शामिल हुए हैं, जिनमें बेलाइज इंडस्ट्रीज, ब्रेनबीस सॉल्यूशंस और कैप्री ग्लोबल कैपिटल जैसे नाम शामिल हैं।
वहीं, भारत डायनामिक्स और इजी ट्रिप प्लानर्स समेत 6 शेयरों को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है। इन बदलावों का असर आने वाले दिनों में शेयर मार्केट में दिखाई देगा, जहां कुछ शेयरों में खरीदारी का दबाव बढ़ेगा, तो कुछ में बिकवाली का।