होम विदेश पुतिन को मनाने आ रहे ट्रंप! खाड़ी के इस देश में होगी सबसे बड़ी मुलाकात

पुतिन को मनाने आ रहे ट्रंप! खाड़ी के इस देश में होगी सबसे बड़ी मुलाकात

द्वारा

रूस के राष्ट्रपति पुतिन और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप.

भारत पर टैरिफ बम फोड़ने वाले ट्रंप, रूस के सामने बेबस नजर आ रहे हैं. अब वह खुद पुतिन से मिलने आ रहे हैं. यह मुलाकात खाड़ी देश यूएई में हो सकती है.इसकी जानकारी खुद रूस के राष्ट्रपति पुतिन की ओर से दी गई है. दुनिया की ये सबसे बड़ी मुलाकात अगले सप्ताह ही प्रस्तावित है.हालांकि ट्रंप की धमकी और अल्टीमेटम के बाद एक दम से पुतिन से बातचीत के लिए तैयार हो जाना ये माना जा रहा है कि वह पुतिन को मनाने के लिए आ रहे हैं.

ट्रंप ने यूक्रेन युद्ध को लेकर पुतिन को 50 दिन का अल्टीमेटम दिया था. दोनों नेताओं की बातचीत में जब पुतिन ये ऐलान किया कि रूस अपना लक्ष्य हासिल करके रहेगा तो ट्रंप ने इसे घटाकर दस दिन कर दिया था.ये दस दिन कब के पूरे हो चुके हैं, मगर ट्रंप ने अब इस अल्टीमेटम पर चुप्पी साध ली है. सबसे खास बात ये है कि इस अल्टीमेटम के दौरान पुतिन ने यूक्रेन पर और ताबड़तोड़ हमले किए. इसके बावजूद ट्रंप पुतिन से मुलाकात करने को राजी हो गए. इस मुलाकात के लिए यूएई को चुना गया है. दोनों नेता अगले सप्ताह की शुरुआत में एक दूसरे से मिल सकते हैं

यूएई के नेता से क्रेमलिन की बातचीत

रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने खुद यूएई में संभावित मुलाकात होने की जानकारी दी. उन्होंने कहा कि संयुक्त अरब अमीरात ही अमेरिकी समक्ष ट्रंप के साथ बैठक के लिए उपयुक्त हो सकता है. क्रेमलिन ने अगले सप्ताह की शुरुआत में यह मुलाकात होने की संभावना जताई है.पुतिन ने यह टिप्पणी गुरुवार को मास्को में संयुक्त अरब अमीरात के नेता मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान के साथ वार्ता के बाद दी है.ट्रंप के साथ शिखर वार्ता के स्थान के बारे में पूछे जाने पर, पुतिन ने कहा कि रूस के “कई दोस्त” हैं जो मदद के लिए तैयार हैं, और उन्होंने संयुक्त अरब अमीरात को एक विकल्प के रूप में सुझाया. उन्होंने कहा कि हमारे एक मित्र संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रपति हैं. मुझे लगता है कि हम इस पर फैसला करेंगे यह सबसे सही स्थान होगा.

पहले भेजा था विशेष दूत

इससे पहले ट्रंप ने पुतिन से मिलने अपने विशेष दूत विटकॉफ को भेजा था. इसके तुरंत बाद ही ट्रंप ने पुतिन से मुलाकात की तैयारी शुरू कर दी है. शिखर सम्मेलन की योजना की शुरुआत किसने की, इस पर टिप्पणी करते हुए पुतिन ने कहा कि दोनों पक्षों ने इसमें रुचि दिखाई है, किसने पहल की यह महत्वपूर्ण नहीं है. विटकॉफ की यात्रा के बाद से ही ऐसी उम्मीदें जताई जा रही थीं.

जेलेंस्की से मिलने को तैयार पुतिन

पुतिन से जब पूछा गया कि क्या वे जेलेंस्की से मिलने के लिए तैयार हैं तो पुतिन ने जवाब दिया कि सामान्य तौर पर मुझे इससे कोई आपत्ति नहीं है. कुछ शर्तें पूरी होनी चाहिए. मॉस्को ने यूक्रेनी नेता के बाध्यकारी समझौते करने के कानूनी अधिकार पर बार-बार चिंता व्यक्त की है. ज़ेलेंस्की का राष्ट्रपति कार्यकाल 2024 में समाप्त हो रहा था, लेकिन उन्होंने मार्शल लॉ का हवाला देते हुए नए चुनाव नहीं कराए. मॉस्को ने तब से उन्हें अवैध करार दिया है और ज़ोर देकर कहा है कि यूक्रेन में कानूनी अधिकार संसद के पास है.

आपको यह भी पसंद आ सकता हैं

एक टिप्पणी छोड़ें

संस्कृति, राजनीति और गाँवो की

सच्ची आवाज़

© कॉपीराइट 2025 – सभी अधिकार सुरक्षित। डिजाइन और मगध संदेश द्वारा विकसित किया गया