इजराइल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू. (फाइल फोटो)
इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू गाजा पर कब्जा करके रहेंगे. हालांकि उन्होंने कहा कि वह कब्जा जरूर करेंगे, मगर इसे अपने पास नहीं रखेंगे. गुरुवार को सिक्योरिटी कैबिनेट के साथ गाजा के भविष्य पर चर्चा करते हुए नेतन्याहू ने ये बात कही. इस बैठक से पहले भी एक इंटरव्यू में नेतन्याहू ने अपने इरादे जाहिर करते हुए कहा था कि वह गाजा पर पूरा नियंत्रण चाहते हैं.
नेतन्याहू ने कहा कि हम ऐसा करने का इरादा इसलिए रखते हैं, ताकि अपनी सुरक्षा सुनिश्चित कर सकें और हमास को जड़ से मिटा सकें. फॉक्स न्यूज के साथ इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि वह गाजा की जनता को मुक्त करना चाहते हैं, ताकि उसे असैन्य प्रशासन को सौंपा जा सके. न कि उस पर कब्जा करने वाला हमास हो या भी इजराइल के विनाश की वकालत करने वाला कोई और समूह.
हमास से मुक्ति के लिए यही एक तरीका
इजराइल के पीएम बेंजामिन ने कहा कि गाजा को हमास से मुक्ति दिलाने का यही एक मात्र तरीका है. इसी तरीके से हम बंधकों को छुड़ा सकते हैं, क्योंकि सीजफायर की सभी बातचीत विफल हो चुकी हैं. हालांकि नेतन्याहू की इस मंशा को संयुक्त राष्ट्र ने विनाशकारी बताया है, संयुक्त राष्ट्र की ओर से ये कहा गया है कि यह कदम और ज्यादा तबाही ला सकता है, जबकि बंधकों के परिवार को डर है कि इजराइल के इस कदम से उनके परिजनों पर खतरा बढ़ गया है.
इजराइल पर बनाया जा रहा सीजफायर का दबाव
गाजा के भविष्य को लेकर नेतन्याहू ने सिक्योरिटी काउंसिल की बैठक ऐसे समय में रखी है जब इजराइल पर अंतरराष्ट्रीय दबाव बढ़ रहा है. इजराइल के सहयोगी देश भी अब सीजफायर की अपील कर रहे हैं और कह रहे हैं कि इजराइल को गाजा में मानवीय सहायता पहुंचने देना चाहिए. जराइल यहां 2023 अक्टूबर से अभियान चला रहा है, जब हमास ने इजराइल पर अटैक किया था, जिसमें तकरीबन 1200 लोग मारे गए थे और 251 लोगों को बंधक बनाया गया था. हमास के स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक अब तक इस तनाव में 62 हजार से ज्यादा फिलिस्तीनियों की मौत हो चुकी है.
भुखमरी की चेतावनी
इजरायल के सैन्य अभियानों के परिणामस्वरूप, संयुक्त राष्ट्र का अनुमान है कि गाजा का 87% हिस्सा या तो सैन्य क्षेत्र घोषित कर दिया गया है, या वहां से निकासी के नोटिस जारी कर दिए गए हैं. जिन फिलिस्तीनियों को अपना घर छोड़ना पड़ा है वह शरणार्थी शिविरों में रहने को मजबूर हैं. संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों ने यहां भुखमरी की चेतावनी जारी की है. गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक पिछले 24 घंटों में यहां कुपोषण से चार लोगों की मौत हो चुकी है. अब तक भूख से मरने वालों की कुल संख्या 197 पर पहुंच चुकी है इनमें 96 बच्चे शामिल है.