अबुधाबी की निवेश प्रबंधन कंपनी आईएचसी ने बुधवार को अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस लिमिटेड में अपनी 1.83 प्रतिशत हिस्सेदारी 1,737 करोड़ रुपये में बेच दी। आंकड़ों के मुताबिक आईएचसी ने अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस लिमिटेड के लगभग 2.2 करोड़ इक्विटी शेयर बेच दिए।
अबुधाबी की निवेश प्रबंधन कंपनी आईएचसी ने बुधवार को अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस लिमिटेड में अपनी 1.83 प्रतिशत हिस्सेदारी 1,737 करोड़ रुपये में बेच दी। बीएसई और एनएसई पर बल्क डील के बारे में उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक इंटरनेशनल होल्डिंग कंपनी (आईएचसी) ने अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस लिमिटेड (एईएसएल) के लगभग 2.2 करोड़ इक्विटी शेयर बेच दिए। आईएचसी ने यह डील अपनी सहयोगी इकाई एनवेस्टकॉम होल्डिंग आरएससी लिमिटेड के माध्यम से की है।
790 रुपये पर डील
यह शेयर बिक्री अडानी समूह की कंपनी एईएसएल में 1.83 प्रतिशत हिस्सेदारी के बराबर है। इन शेयरों की बिक्री औसतन 790 रुपये प्रति शेयर के भाव पर की गई। इस तरह शेयर बिक्री का कुल मूल्य 1,736.73 करोड़ रुपये रहा। इस हिस्सेदारी बिक्री के बाद एईएसएल में एनवेस्टकॉम होल्डिंग की हिस्सेदारी 2.68 प्रतिशत से घटकर 0.85 प्रतिशत हो गई है। इस साल मार्च में आईएचसी ने अडानी एंटरप्राइजेज के 84.49 लाख शेयर लगभग 1,800 करोड़ रुपये में बेचे थे।
शेयर का हाल
अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस के शेयर की बात करें तो यह बुधवार को 1.46% टूटकर 790.65 रुपये पर बंद हुआ। पिछले साल नवंबर महीने में 588.25 रुपये तक शेयर आ गया। यह शेयर के 52 हफ्ते का लो है। अगस्त 2024 में शेयर की कीमत 1,181.80 रुपये थी।
शेयर का टारगेट प्राइस
ब्रोकरेज मिराए एसेट कंपनी के शेयर पर बुलिश है। ब्रोकरेज ने टारगेट प्राइस देते हुए कहा कि 990 रुपये तक शेयर जा सकता है। इसके मुताबिक ₹59,000 करोड़ की मजबूत ऑर्डरबुक के साथ आने वाले 4-5 वर्षों में ट्रांसमिशन एसेट बेस तीन गुना बढ़ जाएगा।
डायमंड पावर से मिला ऑर्डर
हाल ही में डायमंड पावर इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड ने बताया है कि उसे अदाणी एनर्जी सॉल्यूशंस लिमिटेड (एईएसएल) से उच्च-प्रदर्शन कंडक्टर की आपूर्ति के लिए 1,349.11 करोड़ रुपये का ऑर्डर मिला है। कंपनी ने शेयर बाजार को बताया कि यह ऑर्डर जून, 2028 तक पूरा किया जाएगा। बता दें कि डायमंड पावर इंन्फ्रास्ट्रक्चर भारत की सबसे बड़ी एकल-स्थल पावर केबल और कंडक्टर विनिर्माता है।