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बांग्लादेश में लॉटरी के आधार पर डीएम-एसपी की नियुक्ति का मामला क्या है?

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मोहम्मद यूनुस.

बांग्लादेश में सत्ता परिवर्तन हुए एक साल हो गया है. अब बांग्लादेश के लोग जल्द ही लोकतांत्रिक तरीके से देश की नई सरकार चुनने जा रहे हैं. लेकिन उससे पहले कई सुरक्षा महकमों में नियुक्ति और तबादले होने हैं. गृह मामलों के सलाहकार मोहम्मद जहांगीर आलम चौधरी ने कहा है कि पुलिस अधीक्षकों (SP) और प्रभारी अधिकारियों (OC) की नियुक्ति आगामी 13वें संसदीय चुनाव से पहले लॉटरी के जरिए की जाएगी.

जहांगीर आलम ने कहा कि SP और OC की नियुक्ति चुनाव कार्यक्रम के ऐलान से पहले लॉटरी के जरिए की जाएगी. अगर चुनाव आयोग को कार्यक्रम की घोषणा के बाद किसी का तबादला या नियुक्ति करना जरूरी लगता है, तो वह ऐसा कर सकते हैं. गृह मामलों के सलाहकार ने यह बयान बुधवार को गृह मंत्रालय की एक बैठक में किया है, ये बैठक चुनावों को सुचारू रूप से कराने के लिए कानून प्रवर्तन एजेंसियों की काम की योजना पर हुई है.

पुलिस अधिकारियों की चुनावों में भूमिका

किसी भी देश में निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए सुरक्षा एजेंसियां अहम भूमिका निभाती हैं. SP और OC जैसे अधिकारी के अलावा लोक प्रशासन मंत्रालय के अधीन आने वाले अधिकारियों की भी नियुक्ति होनी है, इन अधिकारियों का भी लॉटरी सिस्टम से चयन हो सकता है.

चुनावों में अधिकारियों पर लगाया जाएगा बॉडी कैमरा

बांग्लादेश में होने वाले आगामी चुनाव में, 47 हजार केंद्रों पर एक बॉडी कैमरा लगाया जाएगा. हर एक केंद्र के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के पास एक बॉडी कैमरा होगा. जहांगीर आलम चौधरी ने कहा कि पुलिस, सेना और अंसार समेत कानून प्रवर्तन एजेंसियों के आठ लाख सदस्य इस चुनाव में ड्यूटी पर तैनात रहेंगे. चुनाव में ड्यूटी पर तैनात सभी लोगों को प्रशिक्षण दिया जाएगा.

बांग्लादेश चुनाव

बांग्लादेश में तख्तापलट के एक साल होने पर मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस ने कहा कि देश में अगले साल फरवरी को चुनाव कराए जाएंगे और रमजान से पहले देश के लोग नई सरकार चुन लेंगे. इससे पहले कई राजनीतिक संगठनों औक एक्टिविस्टों ने यूनुस की चुनाव टालने को लेकर आलोचना की थी.

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