दुनिया के पावरफुल लीडरों का उत्तराधिकारी कौन होगा, ये बड़ा सवाल है.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने उत्तराधिकारी की चर्चा कर दुनिया में एक बार फिर बड़ी बहस छेड़ दी है. उन्होंने उप राष्ट्रपति जेडी वेंस को मेक अमेरिका ग्रेट अगेन का उत्तराधिकारी बताया है. इसके बाद चर्चा इस बात पर है कि क्या सच में वेंस ही ट्रंप के उत्तराधिकारी होंगे. यही सवाल रूस के राष्ट्रपति पुतिन, ईरान के सर्वोच्च नेता खामेनेई, चीन के राष्ट्रपति जिनपिंग और उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन को लेकर पूछा जा रहा है.
ट्रंप का कहना है कि 2028 में राष्ट्रपति के चुनाव के लिए जेडी वेंस उनके सबसे पसंदीदा उत्तराधिकारी हैं. उन्होंने विदेश मंत्री मार्को रुबियो का भी नाम लिया, कहा कि वे भी वेंस के साथ हो सकते हैं. हालांकि ट्रंप ने बाद में कहा कि फिलहाल मेरे उत्तराधिकारियों के बारे में बात करना जल्दबाजी होगी. ट्रंप के इस बयान के बाद ये माना जा रहा है कि उन्होंने तकरीबन अपने उत्तराधिकारियों का ऐलान कर दिया है. इसके बाद दुनिया के अन्य पावरफुल नेताओं के उत्तराधिकारियों को लेकर भी बहस शुरू हो गई है.आइए जानते हैं उनके बारे में.
1- वेंस या रूबियो? ट्रंप का संभावित उत्तराधिकारी कौन?
अमेरिका के उप राष्ट्रपति जेडी वेंस को ट्रंप का संभावित उत्तराधिकारी माना जा रहा है, हालांकि ट्रंप ने वेंस के साथ रुबियो का नाम लेकर इसे और दिलचस्प बना दिया है. दरअसल 40 वर्षीय वेंस अमेरिका की समुद्री सेवा में रह चुके हैं और 2023 से 2025 तक ओहोयो सीनेटर रह चुके हैं. हालांकि उन्हें स्पष्ट तौर पर उत्तराधिकारी इसलिए नहीं माना जा रहा, क्योंकि फॉक्स न्यूज के साथ इंटरव्यू में पिछले माह ही रुबियो ने 2028 में अपने राष्ट्रपति बनने की महत्वाकांक्षा को खारिज नहीं किया था. उन्होंने कहा था कि आप नहीं जानते की भविष्य में क्या होगा. खास बात ये है कि रुबियो और वेंस दोनों ही एक दूसरे से उपराष्ट्रपति पद के लिए मुकाबला कर चुके हैं, मगर अब मिलकर ट्रंप की नीतियों का समर्थन कर रहे हैं.
2- खामेनेई के बाद कौन संभालेगा कमान?
ईरान के सर्वोच्च लीडर अयातुल्ला अली खामेनेई ने हाल ही में अपने तीन संभावित उत्तराधिकारियों के नाम रखे थे. ईरानी मीडिया में किए गए दावे के मुताबिक इजराइल से युद्ध के दौरान ऐसा किया गया था. हालांकि ये नहीं बताया गया था कि ये तीन नाम कौन हैं. न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक खामेनेई ने इन नामों का ऐलान इसलिए किया था ताकि अगर उनकी हत्या हो तो तत्काल कोई उनका पदभार संभाल ले. रिपोर्ट में ये भी दावा किया गया कि इन तीन नामों में खामेनेई के बेटे मोज्तबा का नाम शामिल नहीं है जो खुद एक मौलवी हैं और IRGC के करीबी हैं. इससे पहले खामेनेई के उत्तराधिकारियों की सूची में उनके बेटे मोज्तबा और ईरान की स्थापना करने वाले अयातुल्ला खुमैनी के पोते हसन खुमेनी का नाम ही खामेनेई के उत्तराधिकारियों में सबसे आगे था.
3. किम जोंग उन की कुर्सी पर कौन बैठेगा?
उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन की कुर्सी कौन संभालेगा ये एक रहस्य की तरह ही है. हालांकि गाहे-बगाहे 3 नाम ऐसे हैं जिन्होंने किम का उत्तराधिकारी माना जाता है. इनमे सबसे आगे नाम है किम जु ऐ का. ये किम की बेटी हैं. 2022 के बाद किम जोंग अपनी बेटी को सभी सार्वजनिक और सैन्य कार्यक्रमों में लेकर जाते हैं. सरकारी मीडिया में भी उनके लिए मोस्ट विलव्ड और रेजपेक्टेड कहा जाता है जो किसी उत्तराधिकारी के लिए ही प्रयोग होता है. इसके अलावा किम जोंग की बहन किम यो जोंग भी दूसरा नाम हैं, वे इंटरनेशनल डिप्लोमेसी संभालती हैं. इसके अलावा तीसरा नाम है किम प्यांग इल का. ये किम जोंग उन के चाचा और उत्तर कोरिया के संस्थापक किम इल सुंग के बेटे हैं.
4. पुतिन किसे चुनेंगे उत्तराधिकारी?
रूस के राष्ट्रपति पुतिन के संभावित उत्तराधिकारी के बारे में दुनिया जानना चाहती है. बेशक पुतिन ने इस बारे में कभी कुछ नहीं कहा, मगर कुछ ऐसे नाम है जो रूस की मीडिया में अक्सर उछाले जाते हैं. इनमें पहला नाम है दिमित्री पेसकोव का जो पुतिन के करीबी सलाहकार माने जाते हैं. दूसरा नाम है सर्गेई शोइगू जो रूस के रक्षा मंत्री रहे हैं, पुतिन के भरोसेमंद हैं और यूक्रेन युद्ध में बड़ी भूमिका निभाते रहे हैं. हालांकि फिलहाल उनकी साख को काफी नुकसान पहुंचा है, उन्हें अपना पद पर छोड़ना पड़ा था. तीसरा नाम है रूस के वर्तमान प्रधानमंत्री मिखाइल मिशुस्तिन का. यह आर्थिक और प्रशासनिक नीतियों में दक्ष माने जाते हैं. माना जा रहा है कि अगर पुतिन खुद उत्तराधिकारी चुनते हैं तो मिखाइल एक नाम हो सकते हैं.
5. जिनपिंग के संभावित उत्तराधिकारियों में कई नाम
चीन के राष्ट्रपति जिनपिंग का उत्तराधिकारी कौन होगा इसका चयन बहुत ही गोपनीय तरीके से होता है. इसके लिए यह प्रक्रिया भी है, हालांकि जिनपिंग के उत्तराधिकारियों का जब भी जिक्र होता है तो कई नाम उभरकर सामने आते हैं. इनमें पहला नाम है ली च्यांग जो चीन के प्रधानमंत्री हैं. वह जिनपिंग के करीबी माने जाते हैं, हालांकि चीन में परंपरा ये है कि वहां के पीएम को कम्युनिस्ट पार्टी का सर्वोच्च नेता नहीं बनाया जाता है. दूसरा नाम है डिंग शुएशियांग जो चीन में उप प्रधानमंत्री हैं पोलितब्यूरो स्थायी समिति के सदस्य हैं. इन्हें जिनपिंग की परछाई भी कहा जाता है. इसके अलावा चेन मिनगर और हुआ चुनहुआ के नाम भी जिनपिंग के संभावित उत्तराधिकारियों में गिने जो हैं.