उपेंद्र कुशवाहा की राह पर तेज प्रताप यादव?
टीम तेज प्रताप यादव के साथ प्रमुख पांच पार्टियों का गठबंधन
कुशवाहा की ‘फेल रणनीति’ और सियासी सवाल
तेज प्रताप यादव की जोखिम भरी रणनीति!
‘टीम तेज प्रताप’ और निषाद समुदाय की ताकत
परिवार और पार्टी से दूरी, तेज प्रताप की छटपटाहट!
जानकार कहते हैं कि राजद से निष्कासन और परिवार से दूरी ने तेज प्रताप को सियासी तौर पर अकेला कर दिया है. उनकी ‘टीम तेज प्रताप’ और महुआ विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने की घोषणा उनके बगावती तेवर दिखाती है. हालांकि, वे तेजस्वी को मुख्यमंत्री के रूप में देखने की बात कहकर परिवार के प्रति निष्ठा भी जताते हैं. उनका यह दोहरा रवैया उनकी अनिश्चित राजनीतिक रणनीति को जाहिर करता है. कथित प्रेमिका अनुष्का यादव प्रकरण और सोशल मीडिया पर उनकी सक्रियता को भी उनकी छवि बचाने की रणनीति के तौर पर देखा जा रहा है. राजनीति के जानकार कहते हैं कि दरअसल, तेज प्रताप की यह छटपटाहट उनकी राजनीतिक प्रासंगिकता बनाए रखने की कोशिश है, लेकिन सियासी रूप से सफल होने में संगठनात्मक कमजोरी उनकी राह में रोड़ा बन सकती है.

तेज प्रताप का नया गठबंधन, सियासी बगावत या उपेंद्र कुशवाहा जैसी हार की राह?
क्या है तेज प्रताप यादव की असल चुनौती?
तेज प्रताप यादव का क्या होगा भविष्य?
राजनीति के जानकार कहते हैं कि तेज प्रताप की सियासी राह अनिश्चित है. अगर तेजस्वी यादव 2025 के विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री बनते हैं तो परिवार में सुलह की गुंजाइश बन सकती है. लेकिन, अगर तेज प्रताप की बगावत तेज होती है तो वे उपेंद्र कुशवाहा की तरह हाशिए पर जा सकते हैं. राजनीति के जानकारों का मानना है कि बिना मजबूत संगठन और स्पष्ट रणनीति के तेज प्रताप का यह दांव जोखिम भरा है. उपेंद्र कुशवाहा की तरह, तेज प्रताप की राह भी अनिश्चित दिख रही है. बहरहाल, बिहार की जनता और राजद कार्यकर्ता उनके इस नये तेवर, नई रणनीति और इस नई पारी को कैसे लेते हैं, यह भविष्य के गर्भ में छिपा है.