अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर करवाने का क्रेडिट लिया है. ट्रंप ने कहा कि यह बाइडेन का युद्ध है, और हम इससे बाहर निकलने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं. मैंने पिछले पांच महीनों में पांच युद्ध रोके हैं, और सच कहूं तो मैं चाहता हूं कि यह छठा युद्ध हो. बाकी युद्ध मैंने कुछ ही दिनों में रोक दिए, लगभग सभी, जिनमें भारत और पाकिस्तान भी शामिल हैं. और मैं पूरी लिस्ट पर विस्तार से बता सकता हूं, लेकिन आप भी इस सूची को उतना ही अच्छी तरह जानते हैं जितना मैं.
बता दें कि ट्रंप ने फिर दावा किया है कि उन्होंने भारत पाकिस्तान के बीच संघर्ष को खत्म कराया था. हालांकि, ट्रंप यहीं नहीं रुके और उन्होंने कहा कि वह पांच महीने में 5 युद्धों को खत्म करा चुके हैं, जिसमें कांगो-रवांडा जैसे संघर्ष भी शामिल हैं.
#WATCH | US President Donald Trump says, “…This is Biden’s war, and we’re working very hard to get us out. I stopped five wars in the last five months actually, and I’d like this to be the sixth, frankly…The other ones I stopped with in a matter of days, almost every one of pic.twitter.com/xDK0cB4uQ5
— ANI (@ANI) August 5, 2025
ट्रंप ने किन 5 युद्धों का किया जिक्र?
डोनाल़्ड ट्रंप ने दावा किया कि उन्होंने कई संघर्षों को रुकवाया है, जिसमें भारत पाकिस्तान संघर्ष भी शामिल हैं. उन्होंने थाईलैंड और कंबोडिया, कांगो और रवांडा के बीच संघर्षों का भी हवाला दिया. ट्रंप ने दावा किया कि मैंने उनसे कहा, सुनो, तुम लोग लड़ोगे तो फिर हम आपके साथ कोई व्यापार समझौता नहीं करेंगे. इसके बाद उन्होंने युद्ध बंद किया.
ट्रंप नोबेल शांति पुरस्कार के हकदार
बता दें कि हाल ही में व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने कहा था कि डोनाल्ड ट्रंप नोबेल शांति पुरस्कार के हकदार हैं. वहीं ट्रंप ने पहले भी दावा किया था कि उन्होंने कई युद्ध निपटाए हैं. मुझे लगता है कि मैंने औसतन हर महीने लगभग एक युद्ध खत्म कराया है. ट्रंप ने कहा कि हम लाखों लोगों की जान बचा रहे हैं.
भारत कर चुका है इनकार
बता दें कि 10 मई के बाद से ट्रंप कई बार दावा कर चुके हैं कि अमेरिका की मध्यस्थता के बाद भारत और पाकिस्तान युद्धविराम पर सहमत हुए. हालांकि, अधिकारियों ने सीजफायर में अमेरिका की किसी भी तरह की संलिप्तता से साफ इनकार किया है. हालांकि पीएम मोदी ने संसद को बताया कि किसी भी विदेशी नेता ने भारत से ऑपरेशन सिंदूर रोकने का आग्रह नहीं किया.
सीजफायर में किसी का हस्तक्षेप नहीं
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भी कहा था कि सीजफायर में किसी तीसरे पक्ष का हस्तक्षेप नहीं था और उन्होंने युद्धविराम और व्यापार के बीच किसी भी तरह के संबंध को खारिज कर दिया. बता दें कि 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के जवाब में भारत ने ऑपरेशन सिंदूर किया था और पीओके के अलावा पाकिस्तान के अंदर 9 आतंकी ठिकानों को नष्ट किया था. इसके बाद दोनों देशों के बीच संघर्ष शुरू हो गया था.