इंडसइंड बैंक के शेयरों पर आज निवेशकों की नजर रहेगी। क्योंकि, बैंक ने सोमवार को एक बड़ा ऐलान किया। उसने अनुभवी बैंकर एक्सिस के राजीव आनंद को अगले तीन साल के लिए अपना नया मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) और प्रबंध निदेशक (MD) नियुक्त किया है।
इंडसइंड बैंक के शेयरों पर आज निवेशकों की नजर रहेगी। क्योंकि, बैंक ने सोमवार को एक बड़ा ऐलान किया। उसने अनुभवी बैंकर एक्सिस के राजीव आनंद को अगले तीन साल के लिए अपना नया मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) और प्रबंध निदेशक (MD) नियुक्त किया है। बैंक ने शेयर बाजार को भेजी सूचना में बताया कि राजीव आनंद का कार्यकाल 25 अगस्त 2025 से शुरू होकर 24 अगस्त 2028 तक चलेगा।
शेयर बना निफ्टी टॉप गेनर
इस खबर के बाद शेयर मार्केट में गिरावट के बावजूद इंडसइंड बैंक के शेयर निफ्टी टॉप गेनर हैं। इनमें 2.80 पर्सेंट की तेजी है और यह 826.55 रुपये के लेवल पर पहुंच गया है। शुरुआती कारोबार में यह 4 पर्सेंट से अधिक उछलकर 848.70 रुपये के डे हाई तक पहुंच गया था।सोमवार को एनएसई पर इंडसइंड बैंक के शेयर 2.46% की तेजी के साथ 802.95 रुपये पर बंद हुए थे।
द इकनॉमिक टाइम्स के मुताबिक राजीव आनंद को यह जिम्मेदारी ऐसे समय में मिली है, जब इंडसइंड बैंक एक बड़े वित्तीय विवाद के कारण कड़ी नजरों में है। बैंक को इस साल 1,960 करोड़ रुपये का भारी नुकसान हुआ है, जो बैंक के भीतर हुए डेरिवेटिव लेनदेन की गलत हिसाब-किताब से जुड़ा है।
खाली सीईओ कुर्सी की जरूरत
यह नियुक्ति इसलिए अहम है क्योंकि पिछले कुछ महीनों से बैंक बिना पूर्णकालिक सीईओ के चल रहा था। पिछले सीईओ सुमंत कथपालिया ने अप्रैल के आखिर में इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने बैंक में हुए एक बड़े वित्तीय विवाद (डेरिवेटिव लेनदेन की गलत हिसाब-किताब) की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए यह कदम उठाया था।
इस बीच, बैंक का कामकाज सीनियर अधिकारियों की एक समिति देख रही थी, जिसमें उपभोक्ता बैंकिंग प्रमुख सौमित्र सेन और मुख्य प्रशासनिक अधिकारी अनिल राव शामिल थे।
आनंद का शानदार करियर
59 वर्षीय राजीव आनंद एक चार्टर्ड अकाउंटेंट हैं और उनके पास बैंकिंग क्षेत्र में 35 साल से ज्यादा का अनुभव है। वे एसेट मैनेजमेंट, रिटेल बैंकिंग और थोक बैंकिंग जैसे क्षेत्रों में काम कर चुके हैं। वे अभी तक एक्सिस बैंक में डिप्टी मैनेजिंग डायरेक्टर (डीएमडी) के पद पर थे और 3 अगस्त को तीसरा कार्यकाल पूरा होने के बाद उन्होंने यह पद छोड़ दिया।
आनंद ने 2009 में एक्सिस ग्रुप में एक्सिस एसेट मैनेजमेंट कंपनी के संस्थापक प्रबंध निदेशक के रूप में काम शुरू किया था। साल 2013 में वे एक्सिस बैंक में रिटेल बैंकिंग के प्रमुख बने और 2018 में उन्हें बैंक की थोक बैंकिंग शाखा की कमान भी सौंपी गई।
चयन प्रक्रिया और आरबीआई की मंजूरी
अखबार ‘इकोनॉमिक टाइम्स’ के मुताबिक, राजीव आनंद इस पद के लिए चुने गए तीन प्रमुख उम्मीदवारों में से एक थे। अन्य दो नाम राहुल शुक्ला और अनूप साहा के थे। इंडसइंड बैंक ने आनंद की नियुक्ति भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की मंजूरी मिलने के बाद पक्की की। सीनियर बैंक नियुक्तियों पर आखिरी फैसला आरबीआई का ही होता है।
बैंक ने नकली मुनाफा दिखाया
बैंक के मुताबिक, यह नुकसान खास तौर पर उन अंदरूनी डेरिवेटिव सौदों की गलत अकाउंटिंग की वजह से हुआ, जिन्हें समय से पहले खत्म कर दिया गया था। इन गलतियों की वजह से कई तिमाहियों तक डेरिवेटिव पोर्टफोलियो की असली वित्तीय स्थिति छिपी रही और नकली मुनाफा दिखाया जाता रहा। नए सीईओ के सामने बैंक की छवि बहाल करना और उसे स्थिरता की राह पर लाना एक बड़ी चुनौती होगी।