विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सोमवार को कहा कि भारत विश्व में एक ऐसी व्यवस्था देखना चाहता है जो निष्पक्ष हो और जिसमें केवल कुछ देशों का प्रभुत्व नहीं बल्कि सभी देशों का प्रतिनिधित्व हो।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ बढ़ाने की धमकी के बीच भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने वैश्विक मंच से बड़ा संदेश दिया है। उन्होंने कहा कि दुनिया आज जटिल और अनिश्चित समय से गुजर रही है और ऐसे में जरूरत एक निष्पक्ष और सभी देशों का प्रतिनिधित्व करने वाली वैश्विक व्यवस्था की है, न कि कुछ देशों के प्रभुत्व वाली।
जयशंकर ने यह बात दिल्ली में आयोजित बिम्सटेक पारंपरिक संगीत महोत्सव ‘सप्तसुर’ के उद्घाटन कार्यक्रम में कही। उन्होंने अपने संबोधन में कहा, “हम ऐसे दौर में जी रहे हैं जहां राजनीतिक और आर्थिक पुनर्संतुलन की जरूरत है। हमें ऐसी व्यवस्था चाहिए जो सबकी हो, किसी एक या दो देशों की नहीं।”
ट्रंप की धमकी और भारत का रुख
सोमवार को ट्रंप ने एक बार फिर रूसी तेल पर भारत को धमकी दे डाली। उन्होंने टैरिफ बढ़ाने की चेतावनी दी। कहा कि अगर देश उनकी शर्तें नहीं मानते तो वह आयात शुल्क बढ़ा देंगे। इस बयान के बाद अमेरिका और भारत के बीच व्यापारिक तनाव की आशंका बढ़ गई है।
जयशंकर का जवाब
जयशंकर ने बिना किसी देश का नाम लिए कहा कि संस्कृति और परंपरा से जुड़ाव ही हमारी असली ताकत है। अगर हम अपनी पहचान को लेकर आश्वस्त हैं, तभी हम भविष्य को आत्मविश्वास से आकार दे सकते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि परंपराएं सिर्फ अतीत से जुड़ी चीज़ नहीं हैं, बल्कि वे हमें दुनिया के सामने सम्मान और गरिमा के साथ खड़ा करने का जरिया हैं।
जयशंकर का यह बयान सीधे तौर पर ट्रंप के टैरिफ बयान की प्रतिक्रिया नहीं है, लेकिन इसमें भारत की कूटनीतिक स्थिति का साफ संकेत पता चलता है। इससे पहले विदेश मंत्रालय भी स्पष्ट कर चुका है कि भारत राष्ट्रीय हितों और आर्थिक सुरक्षा की रक्षा के लिए हर जरूरी कदम उठाएगा।