पुतिन, ट्रंप और जेलेंस्की.
महीनों से चल रही रूस-यूक्रेन युद्ध में सीजफायर की कोशिशों को एक बार फिर नई उम्मीद मिलती दिख रही है. रूस के सरकारी टेलीविजन स्टेशन RT न्यूज के मुताबिक क्रेमलिन ने ऐलान किया है कि व्लादिमीर पुतिन विशेषज्ञ स्तर पर काम होने के बाद वोलोडिमिर जेलेंस्की के साथ वार्ता करने के लिए तैयार हैं.
पिछले हफ्ते अमेरिकी राष्ट्रपति ने रूस के खिलाफ परमाणु पनडुब्बी तैनात करने का आदेश दिया था. इस आदेश के तीन दिन बाद पुतिन का ये कदम संकेत दे रहा है कि ये कही ट्रंप की और से परमाणु पनडुब्बी तैनात करने का तो असर नहीं है. हालांकि ट्रंप के इस कदम पर रूस ने सख्त प्रतिक्रिया देते हुए अपनी समुद्री शक्ति अमेरिका को याद दिलाई थी और कहा था कि इसका परिणाम अमेरिका के लिए घातक हो सकता है.
अमेरिका का बढ़ता दबाव
यह घटनाक्रम ऐसे समय में हुआ है जब पुतिन पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का दबाव है कि वे यूक्रेन के खिलाफ युद्ध विराम पर सहमत हों और युद्ध को खत्म करने के लिए बातचीत करें. अब तक ट्रंप कम से कम तीन युद्ध विराम प्रस्ताव पेश कर चुके हैं. यूक्रेन ने इन सभी को स्वीकार कर लिया है, जबकि पुतिन ने सभी को अस्वीकार कर दिया है.
जेलेंस्की कर रहे सीधे बातचीत की बात
दोनों देशों के डेलिगेशन ने कई बार वार्ता की है, लेकिन इसका कोई नतीजा नहीं निकल पाया है. कई हफ्तों से जेलेंस्की इसके लिए ट्रंप की मौजूदगी में पुतिन से सीधी मुलाकात की मांग कर रहे हैं. पुतिन ने अब तक ऐसे प्रस्तावों को खारिज कर दिया है क्योंकि ज़ेलेंस्की के सामने बैठने से उन्हें यूक्रेन के नेता के रूप में वैधता मिल जाएगी और उनके युद्ध का एक बड़ा आधार खत्म हो जाएगा.
बता दें कि पुतिन ने यूक्रेन को एक स्वतंत्र, संप्रभु राष्ट्र के रूप में अस्वीकार कर दिया है और इसलिए वह ज़ेलेंस्की को राज्य का वैध प्रमुख नहीं मानते.