प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ. (फाइल फोटो)
मिडिल ईस्ट में युद्ध के साथ-साथ एक और चीज को लेकर हमला बरपा हुआ है, जिस पर पाकिस्तान भी खफा हो गया है. उसने अमेरिका के जिगरी दोस्त को जमकर फटकार लगाई है. साथ ही साथ उसे बेशर्म और बेतहाशा तक कह दिया है. दरअसल, बात इजराइल की हो रही है. इजराइली मंत्री इत्मार बेन-गिविर ने यरुशलम में अल-अक्सा मस्जिद परिसर में जाकर प्रार्थना की जिसके बाद हंगामा हो गया.
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने ट्वीट करते हुए कहा, ‘पाकिस्तान हाल ही में अल-अक्सा मस्जिद में इजराइली मंत्रियों की ओर से किए गए कारनामों की निंदा करता है. इसमें मंत्रियों के साथ सैटलर ग्रुप भी शामिल था, जिन्हें इजराइली पुलिस ने सुरक्षा दी हुई थी. इस्लाम के सबसे पवित्र स्थलों में से एक के खिलाफ यह अपवित्रता न केवल एक अरब से ज्यादा मुसलमानों की आस्था का अपमान है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय कानून और मानवता की सामूहिक अंतरात्मा पर भी सीधा हमला है.’
पाकिस्तान ने इजराइल को बताया बेशर्म
उन्होंने इजराइल के मंत्री की प्रार्थना को उकसावे और एक स्ट्रेटजी के तहत बताया है. पाकिस्तान के पीएम का कहना है कि कब्जा करने वाले शक्ति यानी इजराइल की ओर से ये व्यवस्थित तरीके से किया गया और उकसावे वाला है, जोकि शांति की संभावनाओं को खतरे में डाल रहा है. इजराइल की बेशर्म एक्शन जानबूझकर फिलिस्तीन और व्यापक क्षेत्र में तनाव को बढ़ावा दे रही हैं. मिडिल ईस्ट को और अधिक अस्थिरता व संघर्ष की ओर धकेल रहा है.
शहबाज ने कहा कि पाकिस्तान तत्काल युद्ध विराम, सभी झगड़े को खत्म करने और एक विश्वसनीय शांति प्रक्रिया की बहाली के लिए अपनी तत्काल अपील को दोहराता है. पाकिस्तान के पीएम ने अंतरराष्ट्रीय कानून और संबंधित संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों के अनुसार अल-कुद्स अल-शरीफ को फिलिस्तीन की राजधानी बनाने और स्वतंत्र देश बनाने की मांग की.
अरब संसद ने भी की निंदा
पाकिस्तान के अलावा अरब पार्लियामेंट ने भी इजराइली मंत्रियों के दौरे की निंदा की है. इस मस्जिद में केवल नमाज अदा की जाती है और यहां यहूदियों को प्रार्थना करने की मना है. इस समय मस्जिद के परिसर और आस-पास इजराइल के सुरक्षाबल तैनात है. हालांकि इजराइली प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से गिविर के दौरे के बाद साफ कर दिया गया है कि पवित्र स्थल पर किसी भी तरह की व्यवस्था में बदलाव नहीं किया जाएगा.