राष्ट्रपति मुर्मू के साथ प्रधानमंत्री और गृह मंत्री की मुलाकात के दौरान क्या बात हुई इसकी कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है, लेकिन एक ही दिन अचानक प्रधानमंत्री और गृह मंत्री की इस मुलाकात को महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने और फिर कुछ घंटों के बाद गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की। संसद के मॉनसून सत्र के बीच में हुई इस मुलाकात के बाद चर्चा होने लगी है कि क्या सरकार की ओर से कोई बड़ा कदम उठाया जा सकता है, जिसको लेकर पीएम और गृह मंत्री राष्ट्रपति से मिले। राष्ट्रपति भवन की ओर से सोशल मीडिया पोस्ट पर पीएम मोदी और शाह के साथ राष्ट्रपति मुर्मू की अलग-अलग मुलाकात के बारे में जानकारी दी गई है। सोशल मीडिया पोस्ट में मुलाकात की तस्वीर भी साझा की गई है।
राष्ट्रपति के साथ प्रधानमंत्री और गृह मंत्री की मुलाकात के दौरान क्या बात हुई इसकी कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है लेकिन एक ही दिन अचानक प्रधानमंत्री और गृह मंत्री की इस मुलाकात को महत्वपूर्ण माना जा रहा है। राष्ट्रपति से पीएम मोदी की मुलाकात के बाद राष्ट्रपति भवन के सोशल मीडिया पोस्ट में कहा गया,”प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की।” इसी तरह राष्ट्रपति की शाह से मुलाकात के बाद पोस्ट में कहा गया, ”केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की।”
क्यों अहम यह मुलाकात?
पीएम मोदी और अमित शाह की राष्ट्रपति के साथ हुई इस अहम मुलाकात के कई मायने निकाले जा रहे हैं। इसे इसलिए भी अहम करार दिया जा रहा, क्योंकि इस समय संसद का मॉनसून सत्र चल रहा है और विपक्ष बिहार में एसआईआर और चुनाव आयोग के मामले में लगातार केंद्र सरकार पर हावी है। बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले चुनाव आयोग द्वारा एसआईआर की प्रक्रिया चल रही है, जिसमें वोटरों का विशेष गहन पुनरीक्षण चल रहा है। बिहार में महागठबंधन इसके खिलाफ है और आरोप लगा रहा है कि चुनाव में विपक्ष को पड़ने वाले वोटों को जानबूझकर काटा जा रहा है। हालांकि, चुनाव आयोग ने इससे इनकार किया है।
क्या उपराष्ट्रपति चुनाव तो वजह नहीं?
इसके अलावा, जगदीप धनखड़ के अचानक इस्तीफे के बाद अब उपराष्ट्रपति चुनाव होने वाला है। चुनाव आयोग ने इसके लिए हाल ही में तारीख का भी ऐलान कर दिया है। ऐसे में पीएम मोदी और शाह के राष्ट्रपति से मिलने के पीछे एक यह वजह भी बताई जा रही है। हालांकि, आधिकारिक तौर पर अभी कुछ नहीं कहा गया है। वहीं, अटकलें यह भी लगाई जा रही हैं कि पांच अगस्त की तारीख आने वाली है। मोदी सरकार में पांच अगस्त की तारीख का अपना अलग महत्व रहा है। 5 अगस्त, 2019 को ही जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल-370 हटाया गया था और फिर जम्मू-कश्मीर व लद्दाख को दो अलग-अलग केंद्र शासित प्रदेशों में बांट दिया गया। इसके बाद, पांच अगस्त, 2020 में पीएम मोदी ने अयोध्या में राम मंदिर के लिए भूमि पूजन करके आधारशिला रखी थी।
फिर करीब आ गई पांच अगस्त की तारीख
वहीं, अब चूंकि एक बार फिर से पांच अगस्त की तारीख नजदीक आ गई है और इस बार भी संसद सत्र चल रहा है तो सवाल उठने लगे हैं कि क्या सरकार कोई अहम फैसला लेने वाली है या कोई जरूरी बिल तो नहीं ला रही? इतना ही नहीं, इस मुलाकात के पीछे जो एक और वजह को लेकर अटकलें चल रही हैं, वह अमेरिका द्वारा भारत पर हाल ही में लगाए गए 25 फीसदी टैरिफ व जुर्माने का घटनाक्रम भी है। इस मामले से भारत और अमेरिका के बीच संबंधों में थोड़ी गिरावट देखी गई है। अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप भारत पर हमलावर रहे हैं, जबकि उनके पहले कार्यकाल के दौरान दोनों देशों के बीच संबंध शानदार रहे थे। राजनीतिक गलियारों में ये ही तमाम वे मुद्दे हैं, जिसको लेकर अटकलें लग रही हैं कि क्या इन्हीं को लेकर पीएम मोदी और अमित शाह की राष्ट्रपति से मुलाकात के दौरान बातचीत हुई या फिर कोई अन्य मुद्दा है।