शाही शादी का भव्य आयोजन- 26 फरवरी 2015 को दिल्ली के फाइव-स्टार होटल अशोका में राजलक्ष्मी और तेज प्रताप की शादी धूमधाम से हुई. इस शाही आयोजन में करीब एक लाख लोगों को न्योता भेजा गया था. बारातियों के स्वागत के लिए होटल के कन्वेंशन हॉल को सजाया गया. मुलायम सिंह ने सैफई में तिलकोत्सव का आयोजन किया, जिसमें भव्य मंच सजा. इस शादी में राजनीति, सिनेमा और समाज के बड़े नाम शामिल हुए. लालू और मुलायम ने इस अवसर को अपने सियासी रसूख को दिखाने के लिए भी इस्तेमाल किया. शादी का सबसे चर्चित पहलू था प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी.
मोदी की मौजूदगी: सियासी हलचल का केंद्र
2015 में लालू यादव की छोटी बेटी राजलक्ष्मी की शादी में शामिल हुए थे पीएम नरेंद्र मोदी, साथ में मुलायम सिंह यादव.
मंच पर गर्मजोशी, सुर्खियों में सियासत
मंच पर मुलायम ने मोदी का गर्मजोशी से स्वागत किया और एक पल में पीएम मोदी ने मुलायम यादव का हाथ थामकर मंच पर चढ़ने में मदद की. इस दृश्य ने मीडिया में खूब सुर्खियां बटोरीं. शादी में नीतीश कुमार, प्रियंका गांधी, जया बच्चन, शरद यादव, और प्रकाश जावड़ेकर जैसी हस्तियां भी मौजूद थीं. लालू यादव के समर्थक भी बड़ी संख्या में पहुंचे, हालांकि कुछ को सुरक्षा कारणों से अंदर नहीं जाने दिया गया. इस आयोजन ने सियासी एकता और व्यक्तिगत रिश्तों की ताकत को उजागर किया.
सियासी मायने: गठबंधन की कोशिश या रणनीति?

लालू यादव की बेटी राजलक्ष्मी और मुलायम यादव के पोते तेज प्रताप सिंह यादव की शादी में अमिताभ बच्चन पहुंचे थे.
शाही शादी पर जनता और मीडिया की प्रतिक्रिया
इस शादी ने जनता और मीडिया में खूब चर्चा बटोरी. एक तरफ इसे दो यादव परिवारों की एकता का प्रतीक माना गया, वहीं दूसरी तरफ मोदी की मौजूदगी ने सवाल उठाए कि क्या मुलायम बीजेपी के साथ नरम रुख अपना रहे हैं? सोशल मीडिया पर तस्वीरें वायरल हुईं और लोग इस सियासी त्रिकोण के मायनों को समझने की कोशिश करते रहे. मुलायम सिंह यादव की बाद में संसद में पीएम नरेंद्र मोदी को दोबारा देश का प्रधानमंत्री बनने की शुभकामना देने वाली टिप्पणी ने इन अटकलों को बल दिया. यह आयोजन न केवल एक शादी, बल्कि सियासी रणनीति का मंच बन गया.
लालू यादव का ठेठ जवाब: सवाल पर हाजिरजवाबी
एक साथ पीएम मोदी, लालू यादव और मुलायम यादव का होना अपने आप में राजनीति की अनोखी घटना थी. इसको लेकर बाद के दिनों में जब एक टीवी शो में वरिष्ठ पत्रकार ने लालू यादव से सवाल किया कि उन्होंने पीएम मोदी को शादी में क्यों बुलाया. इस पर लालू यादव ने अपनी सियासी चतुराई का परिचय फिर दिया और अपने ठेठ मजाकिया अंदाज में जवाब देते हुए कहा, “हमने मोदी जी से कहा कि आप बीच में हैं, दोनों बगल से यादव भाई दाबे हैं, बढ़िया से रहिए.” यह जवाब न केवल हंसी का कारण बना, बल्कि लालू यादव की हाजिरजवाबी और सियासी चतुराई को भी बता गया. उनके इस बयान ने शादी को और चर्चा में ला दिया, क्योंकि यह विपक्षी नेताओं और मोदी के बीच दुर्लभ सौहार्द का पल था.