मुंबई से कोलकाता इंडिगो फ्लाइट में पैनिक अटैक के बाद लापता हुए हुसैन अहमद का पता चल गया हैे। हुसैन कोलकाता से ट्रेन लेकर बारपेटा पहुंच गए थे।
इंडिगो की फ्लाइट में पैनिक अटैक आने के बाद लापता हुए 32 साल के हुसैन अहमद मजूमदार का पता चल गया है। हुसैन अहमद शनिवार को असम के बारपेटा रेलवे स्टेशन पर मिल गए हैं। बता दें कि फ्लाइट में पैनिक अटैक आने के बाद साथी यात्री ने हुसैन को थप्पड़ मार दिया था। इसका वीडियो वायरल हो गया था। यह घटना उड़ान संख्या 6ई138 में हुई और विमान के कोलकाता हवाई अड्डे पर उतरने के बाद आरोपी यात्री को सुरक्षा दल को सौंप दिया गया। सूत्र ने बताया कि विमानन कंपनी ने यात्री को उपद्रवी भी घोषित कर दिया है। वहीं इस घटना के बाद पीड़ित का कुछ पता ही नहीं चल पा रहा था। परिवार का कहना था कि उनका फोन भी नहीं लग रहा है।
दरअसल हुसैन अहमद का परिवार असम के सिलचर में रहता था। 31 जुलाई को वह सिलचर पहुंचने वाले थे। परिवार ने कहा कि वे हुसैन को लेने सिलचर एयरपोर्ट पहुंचे थे लेकिन उनका नंबर भी लगातार स्विच ऑफ आ रहा था। इंडिगो की तरफ से भी हुसैन अहमद के बारे में कोई जानकारी नहीं मिली। इसके बाद थप्पड़ वाला वीडियो वायरल होने लगा। परिवार ने स्थानीय थाने में उनकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवा दी।
हुसैन ने मुंबई से कोलकाता के लिए फ्लाइट ली थी। यहां से दूसरी फ्लाइट लेकर उन्हें सिलचर पहुंचना था। पुलिस ने बताया कि हुसैन ने कोलकाता में फ्लाइट से उतरने के बाद बारपेटा के लिए ट्रेन ले ली। इसके बाद ट्रेन से ही सिलचर के लिए रवाना हो गए। हुसैन अपने कैंसर पीड़ित पिता से मुलाकात करने के लिए मुंबई से निकले थे। परिवार का कहना है कि हुसैन मुंबई में एक दुकान में काम करते हैं। वह पिता से मिलने कई बार फ्लाइट से आ चुके हैं लेकिन इस तरह उन्हें कभी पैनिक अटैक नहीं आया।
उनके एक रिश्तेदार ने बताया कि फ्लाइट लेने से पहले हुसैन ने अपनी पत्नी और पैरंट्स से फोन पर बात की थी। वहीं उनकी पत्नी और भाई सिलचर एयरपोर्ट पर उन्हें रिसीव करने पहुंचे थे। हुसैन अपने परिवार का फोन क्यों नहीं रिसीव कर रहे थे, इसका पता नहीं चल पाया है। वहीं इंडिगो ने थप्पड़ मारने वाले व्यक्ति पर उड़ान प्रतिबंध लगा दिया है।