शेयर बाजार में निवेश करने का नया टूल मार्केट में आ गया है। हम बात कर रहे हैं स्पेसलाइज्ड इंवेस्टमेंट फंड (Specialized Investment Fund) यानी एसआईएफ (SIF) की। सेबी ने क्वांट म्यूचुअल फंड (Quant Mutual Fund) को एसआईएफ लाने की मंजूरी दे दी है। इसके साथ ही यह पहली भारतीय कंपनी होगी जो यह फंड लॉन्च करेगी।
शेयर बाजार में निवेश करने का नया टूल मार्केट में आ गया है। हम बात कर रहे हैं स्पेसलाइज्ड इंवेस्टमेंट फंड (Specialized Investment Fund) यानी एसआईएफ (SIF) की। सेबी ने क्वांट म्यूचुअल फंड (Quant Mutual Fund) को एसआईएफ लाने की मंजूरी दे दी है। इसके साथ ही यह पहली भारतीय कंपनी होगी जो यह फंड लॉन्च करेगी।
क्वांट म्यूचुअल फंड ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा है, “कंपनी को भारत का पहला एसआईएफ कैटगरी में शॉर्ट फंड लाने की मंजूरी मिल गई है।” कंपनी अगस्त यानी इसी महीने अपना यह फंड लॉन्च कर सकती है।
मार्केट में भले ही एसआईएफ का विकल्प आ रहा है। शायद ही एसआईपी की लोकप्रियता पर इस नए निवेश टूल का कोई असर पड़े।
क्या है एसआईएफ (SIF)
अभी तक मार्केट में निवेश करने का म्यूचुअल फंड्स और पोर्टफोलियो मैनेजमेंट सर्विसेज (PMS) का तरीका काफी लोकप्रिय था। जहां छोटे निवेशक म्यूचुअल फंड्स के जरिए निवेश करते थे। वहीं, धनवान व्यक्ति पीएमएस के जरिए पैसा लगाता था। लेकिन इन सबसे के बीच कुछ ऐसे निवेशक थे जिनके पास पैसा ठीक-ठाक था और उनमें रिस्क लेने की क्षमता म्यूचुअल फंड्स निवेशकों से थोड़ी अधिक थी। इन्ही निवेशकों को ध्यान में रखते हुए एसआईफी की शुरुआत सेबी ने की है। बता दें, एसआईएफ में निवेश थोड़ा अधिक फोकस के साथ होता है। लेकिन इसमें रिस्क भी अधिक रहता है।
क्या हैं एसआईएफ के नियम?
अगर कोई व्यक्ति एसआईएफ में निवेश करना चाहता है तो उसमें कम से कम 10 लाख रुपये का इंवेस्टमेंट करना ही होगा। एसआईएफ ओपन-एंडेड, क्लोज्ड एंडेड और इंटरवल एंडेड आधारित है। निवेशकों के पास यह विकल्प रहेगा कि समय सीमा का निर्धारण वो खुद कर सकें। बता दें, म्यूचुअल फंड्स की तुलना में यहां और स्वतंत्रता मिलेगी।
एसआईएफ उन निवेशकों के लिए बना है जो और विकल्प चाहते हैं। साथ ही उन्हें अपने फंड पर अधिक नियंत्रण और शानदार मौके मिलें।
(यह निवेश की सलाह नहीं है। शेयर बाजार जोखिमों के अधीन है। किसी भी निवेश से पहले एक्सपर्ट्स की सलाह जरूर लें।)