होम देश kedarnath yatra resumes but to walk additional 22 km to reach shrine केदारनाथ यात्रा फिर शुरू, लेकिन पहले से ज्यादा पैदल चल कर पहुंचना होगा धाम, Uttarakhand Hindi News

kedarnath yatra resumes but to walk additional 22 km to reach shrine केदारनाथ यात्रा फिर शुरू, लेकिन पहले से ज्यादा पैदल चल कर पहुंचना होगा धाम, Uttarakhand Hindi News

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केदारनाथ धाम की यात्रा शनिवार को फिर शुरू हो गई। हालांकि अब बाबा केदारनाथ के दर्शन करने के लिए श्रद्वालुओं को पहले से ज्यादा पैदल चल कर धाम पहुंचना होगा। ताजा अपडेट और विस्तृत जानकारी के लिए पढ़ें यह रिपोर्ट…

Krishna Bihari Singh वार्ता, रुद्रप्रयागSat, 2 Aug 2025 04:40 PM

उत्तराखंड स्थित भगवान शिव के 11वें ज्योतिर्लिंग बाबा केदारनाथ धाम की यात्रा शनिवार को फिर शुरू हो गई। पैदल यात्रा मार्ग पर भूस्खलन के कारण यह यात्रा कई दिनों से बाधित थी। हालांकि अब बाबा केदारनाथ के दर्शन करने के लिए अब श्रद्वालुओं को पहले से ज्यादा पैदल चल कर बाबा के धाम पहुंचना होगा।

रूद्रप्रयाग के पुलिस अधीक्षक सर्वेश सिंह पंवार ने बताया कि मुख्य सड़क मार्ग जो कि कुछ हद तक पैदल चलने लायक हो चुका है। आवागमन के लिए सुचारू होने पर सोनप्रयाग से यात्रियों के समूह को गौरीकुण्ड होते हुए केदारनाथ के लिए भेजा गया है।

पंवार ने बताया कि क्षतिग्रस्त हुए स्थल पर वाहनों के आवागमन शुरू होने तक श्रद्धालुओं को तकरीबन 22 किलोमीटर पैदल चलकर केदारनाथ धाम की यात्रा करनी होगी। बारिश होने की स्थिति में यहां पर आवागमन को अस्थायी तौर पर रोका जाएगा।

इसके साथ ही प्रशासन की ओर से यात्रियों से अपील की गई है कि मौसम पूर्वानुमान के अनुसार ही अपना यात्रा करें। पुलिस अधिकारी ने बताया कि सोनप्रयाग से गौरीकुण्ड के मध्य सड़क मार्ग बाधित होने के कारण विगत कुछ दिनों केदारनाथ की यात्रा रुकी हुई थी। केवल वापस आ रहे यात्रियों को सुरक्षा बलों की मदद से वैकल्पिक पैदल मार्ग से लाया जा रहा था।

बता दें कि उत्तराखंड में बीते बुधवार की रात को भारी बारिश हुई थी। इससे सोनप्रयाग से गौरीकुंड के बीच मुनकटिया में सड़क क्षतिग्रस्त हो गई थी। इससे केदारनाथ वाला हाईवे पूरी तरह से बंद हो गया था। इसके बाद धाम की यात्रा को रोक दिया गया था। सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लगभग 2000 यात्री बीच में ही रोक दिये गए थे।

बताया जाता है कि मुनकटिया के पास भूस्खलन से केदारनाथ हाईवे पर करीब 50 मीटर सड़क क्षतिग्रस्त हो गई थी। इससे वाहनों की आवाजाही बंद हो गई थी। बारिश के कारण वैकल्पिक पैदल मार्ग को भी नुकसान हो गया था। इससे केदारनाथ से आने वाले श्रद्धालु गौरीकुंड में ही फंस गए थे।

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