पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर ने संसद भवन परिसर में संवाददाताओं से कहा कि हम सब एक समय में एक देश थे। मैंने ऐसी कोई रिपोर्ट नहीं देखी है कि आज के पाकिस्तान में बहुत सारा तेल मिलने की संभावना है।
कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने गुरुवार को अमेरिका द्वारा दक्षिण एशियाई देश में ‘विशाल तेल भंडार’ विकसित करने के लिए पाकिस्तान के साथ मिलकर काम करने के समझौते की घोषणा के बाद उस पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में तेल खोजने को लेकर वाशिंगटन को कुछ भ्रम हो सकता है और मैं उन्हें शुभकामनाएं देता हूं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पाकिस्तान के साथ एक व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर करने की घोषणा की है और कहा है कि अमेरिका, पाकिस्तान के साथ मिलकर दक्षिण एशियाई देश के “विशाल तेल भंडार” को विकसित करने के लिए काम करेगा।
यह तुरंत स्पष्ट नहीं हो पाया है कि ट्रंप पाकिस्तान में किस विशाल तेल भंडार की बात कर रहे थे। एक सोशल मीडिया पोस्ट में, अमेरिकी राष्ट्रपति ने यह भी सवाल उठाया कि क्या पाकिस्तान “किसी दिन” भारत को तेल बेच सकता है। ट्रंप ने बुधवार को ट्रुथ सोशल पर एक पोस्ट में कहा, “हमने अभी-अभी पाकिस्तान के साथ एक समझौता किया है, जिसके तहत पाकिस्तान और अमेरिका अपने विशाल तेल भंडारों के विकास पर मिलकर काम करेंगे।” उन्होंने आगे कहा, “हम उस तेल कंपनी को चुनने की प्रक्रिया में हैं जो इस साझेदारी का नेतृत्व करेगी। कौन जाने, शायद वे किसी दिन भारत को तेल बेचें!”
ट्रंप की टिप्पणी के बारे में पूछे जाने पर थरूर ने कहा, “उन्हें पाकिस्तान में तेल मिलने को लेकर कुछ भ्रम हो सकता है, मैं उन्हें शुभकामनाएं देता हूं।” पूर्व केंद्रीय मंत्री ने संसद भवन परिसर में संवाददाताओं से कहा, “हम सब एक समय में एक देश थे। मैंने ऐसी कोई रिपोर्ट नहीं देखी है कि आज के पाकिस्तान में बहुत सारा तेल मिलने की संभावना है।” उन्होंने आगे कहा, “लेकिन अगर अमेरिकी देखना चाहते हैं, तो उन्हें देखने दीजिए। हमें बॉम्बे हाई में कुछ तेल मिला, असम में भी कुछ तेल मिला, लेकिन हम अपनी तेल और गैस की जरूरतों का 86 प्रतिशत आयात करते हैं। इसलिए मुझे नहीं पता कि उन्हें कितना मिलेगा। जहां तक मेरा सवाल है, उन्हें दूसरे देशों के साथ जो करना है करने दीजिए, मेरे लिए मायने यह रखता है कि वे हमारे देश के साथ क्या करते हैं।”
पाकिस्तान लंबे समय से अपने तट पर बड़े तेल भंडार होने का दावा करता रहा है, लेकिन इनका दोहन करने में कोई प्रगति नहीं हुई है। वह इन भंडारों का दोहन करने के लिए निवेश को आकर्षित करने की कोशिश कर रहा है। देश वर्तमान में अपनी ऊर्जा ज़रूरतों को पूरा करने के लिए मध्य पूर्व से तेल आयात करता है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने गुरुवार को सोशल मीडिया पर इस ‘ऐतिहासिक’ व्यापार समझौते के लिए ट्रंप का शुक्रिया अदा किया और उम्मीद जताई कि इससे दोनों पक्षों के बीच सहयोग बढ़ेगा।