चयनित महिला एजेंट अपने परफॉर्मेंस के आधार पर शुरुआती तीन सालों के दौरान मासिक रकम पाने की पात्र हैं। पहले वर्ष में, 7,000 रुपये प्रति माह की एक निश्चित रकम दी जाती है।
LIC Bima Sakhi Yojana: भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) ने एलआईसी बीमा सखी योजना शुरू की है। इसका उद्देश्य महिलाओं को एक स्थिर मासिक आय अर्जित करने का अवसर प्रदान करके उन्हें सशक्त बनाना है। साथ ही बीमा जागरूकता और पहुंच को बढ़ावा देना है।
एलआईसी बीमा सखी योजना क्या है?
एलआईसी बीमा सखी एक समर्पित महिला सशक्तिकरण पहल है, जिसका उद्देश्य महिलाओं को एलआईसी एजेंट के रूप में भर्ती और प्रशिक्षित करना है। इससे उन्हें आय अर्जित करने में मदद मिलेगी और साथ ही उनके समुदायों में बीमा जागरूकता भी फैलेगी। इन ‘बीमा सखियों’ को सफल होने में मदद के लिए स्पेशल ट्रेनिंग, फाइनेंशियल प्रोत्साहन और प्रचारात्मक सहायता प्रदान की जाती है।
योजना में आप कितना कमा सकते हैं?
एलआईसी बीमा सखी योजना के तहत, चयनित महिला एजेंट अपने परफॉर्मेंस के आधार पर शुरुआती तीन सालों के दौरान मासिक रकम पाने की पात्र हैं। पहले वर्ष में, 7,000 रुपये प्रति माह की एक निश्चित रकम दी जाती है।
कौन आवेदन नहीं कर सकता?
वर्तमान एलआईसी एजेंट या कर्मचारी से संबंधित व्यक्ति इसके लिए पात्र नहीं हैं। रिश्तेदारों में पति/पत्नी, बच्चे (जैविक, दत्तक, सौतेले, आश्रित या नहीं), माता-पिता, भाई-बहन और सगे ससुराल वाले शामिल हैं। सेवानिवृत्त निगम कर्मचारी और पूर्व एजेंट इस योजना के तहत पुनर्नियुक्ति के पात्र नहीं हैं। मौजूदा एजेंट इस भर्ती के लिए आवेदन नहीं कर सकते।
आवेदन करने हेतु आवश्यक दस्तावेज
- ऐज प्रूफ की सेल्फ अटेस्टेड कॉपी।
- एड्रेस प्रूफ की सेल्फ अटेस्टेड कॉपी।
- शैक्षणिक योग्यता प्रमाण पत्र की अटेस्टेड कॉपी।
- आवेदन पत्र के साथ पासपोर्ट आकार की तस्वीर अपलोड करना होगा।
कौन आवेदन कर सकता है
- आवेदन की तिथि तक न्यूनतम आयु 18 वर्ष होनी चाहिए।
- प्रवेश के समय अधिकतम आयु 70 वर्ष (अंतिम जन्मदिन) होगी।
- न्यूनतम योग्यता – 10वीं कक्षा पास।
- एलआईसी बीमा सखी योजना के तहत पहले वर्ष में वजीफा राशि कितनी है?
- पात्र महिला एजेंटों को पहले वर्ष के दौरान 7,000 रुपये का निश्चित मासिक रकम दी जाती है।
क्या मुझे दूसरे साल में पैसे मिलेंगे?
हां, आपको दूसरे वर्ष में 6,000 रुपये प्रति माह मिलेंगे, बशर्ते कि पहले वर्ष में पूरी की गई कम से कम 65% पॉलिसियाँ दूसरे वर्ष के प्रत्येक महीने में भी चालू रहें।