होम बिज़नेस which stocks may get beaten due to trump s tariff attack on india भारत पर ट्रंप के टैरिफ अटैक से कौन से शेयरों की हो सकती है पिटाई, Business Hindi News

which stocks may get beaten due to trump s tariff attack on india भारत पर ट्रंप के टैरिफ अटैक से कौन से शेयरों की हो सकती है पिटाई, Business Hindi News

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टैरिफ की वजह से गुरुवार को भारतीय शेयर बाजार पर दबाव देखने को मिल सकता है। खासकर उन कंपनियों के शेयरों पर असर पड़ सकता है, जो अमेरिका को अपना सामान बेचती हैं। आईटी, टेक्सटाइल्स, ऑटो और फॉर्मा सेक्टर की कंपनियों पर सबसे ज्यादा दबाव रह सकता है।

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत-अमेरिका व्यापार समझौते के रुकने के बीच एक बड़ा ऐलान किया है। 30 जुलाई को उन्होंने घोषणा की कि भारत से आयात होने वाले सामान पर 25% का टैरिफ लगाया जाएगा, जो 1 अगस्त से प्रभावी होगा। ट्रंप ने भारत पर आरोप लगाया कि वह अमेरिकी आयात पर बहुत ऊंचे शुल्क लगाता है और अन्य व्यापार बाधाएं भी खड़ी करता है। उन्होंने भारत को “दोस्त” बताया, लेकिन साथ ही कहा कि उसकी नीतियों की वजह से दोनों देशों के बीच व्यापार कम हुआ है।

बाजार पर क्या पड़ेगा असर?

मार्केट एक्सपर्ट्स का मानना है कि इस टैरिफ की वजह से गुरुवार को भारतीय शेयर बाजार पर दबाव देखने को मिल सकता है। खासकर उन कंपनियों के शेयरों पर असर पड़ सकता है जो अमेरिका को अपना सामान बेचती हैं। सेबी-रजिस्टर्ड एक्सपर्ट अविनाश गोरक्षकर ने बताया कि आईटी, टेक्सटाइल्स, ऑटो और फॉर्मा सेक्टर की कंपनियों पर सबसे ज्यादा दबाव रह सकता है। साथ ही रत्न और गहने तथा इंजीनियरिंग सेक्टर की निर्यात करने वाली कंपनियों को भी नुकसान हो सकता है।

आईटी कंपनियों पर मंडराता खतरा

गोरक्षकर के मुताबिक, आईटी सेक्टर की बड़ी कंपनियां जैसे टीसीएस, इंफोसिस, विप्रो और एचसीएल टेक अमेरिकी बाजार पर निर्भर हैं। उन पर 25% टैरिफ का सीधा असर पड़ेगा। हालांकि, अगर भारत-अमेरिका समझौता जल्दी नहीं होता है और टैरिफ की वजह से भारतीय रुपया कमजोर होता है, तो उससे इन कंपनियों के नुकसान में थोड़ी भरपाई हो सकती है। गोरक्षकर ने यह भी कहा कि टाइटन, पीसी ज्वेलर और कल्याण ज्वेलर जैसी गहना कंपनियों के शेयरों में भी गिरावट आ सकती है।

फार्मा और ऑटो सेक्टर भी चिंतित

हेनिक्स सिक्योरिटीज के मैनेजिंग डायरेक्टर महेश ओझा ने कहा कि भारतीय दवा और ऑटो कंपनियां अमेरिका से अच्छा व्यापार करती हैं। सन फार्मा, डॉ. रेड्डी, ल्यूपिन, अरविंदो फार्मा और सिप्ला जैसी दवा कंपनियों पर नकारात्मक असर पड़ने की आशंका है। ऑटो सेक्टर में टाटा मोटर्स, समवर्धना मदरसन, भारत फोर्ज और बॉश इंडिया के शेयरों में भी गिरावट हो सकती है। सुंदरम फास्टनर्स और एंड्योरेंस टेक्नोलॉजीज के शेयर भी प्रभावित हो सकते हैं।

अन्य निर्यातक कंपनियों पर भी निगाह

कपड़ा सेक्टर की कंपनियां जैसे केपीआर मिल, अरविंद, पेज इंडस्ट्रीज, वर्धमान टेक्सटाइल्स और गोकलदास एक्सपोर्ट्स पर भी बिकवाली का दबाव रह सकता है। इंजीनियरिंग सेक्टर में भेल, थर्मैक्स, एबीबी इंडिया, हैवेल्स और पॉलीकैब के शेयरों में भी उतार-चढ़ाव देखे जा सकते हैं। कृषि उत्पाद निर्यात करने वाली केआरबीएल, अवंती फीड्स और एलटी फूड्स जैसी कंपनियों पर भी नजर रखने की जरूरत है।

(डिस्‍क्‍लेमर: एक्सपर्ट्स की सिफारिशें, सुझाव, विचार और राय उनके अपने हैं, लाइव हिन्दुस्तान के नहीं। शेयर मार्केट में निवेश जोखिमों के अधीन है और निवेश से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें।)

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