Trump tariff on India: शिवसेना यूबीटी की सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा है कि भारत सरकार को अमेरिका के साथ एक रेड लाइन खींचनी चाहिए। हमारी सरकार को अमेरिका को यह सीधे तौर पर बता देना चाहिए कि ट्रंप का बार-बार इस तरीके से कहना सही नहीं है।
शिवसेना उद्धव गुट की सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने ट्रंप द्वारा टैरिफ और सीजफायर के मुद्दे पर बार-बार बयान देने पर केंद्र सरकार को सलाह दी है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार को अब अमेरिकी प्रशासन से सीधी बात करते हुए अपने मुद्दों को रखना चाहिए। हमारी सरकार को सीधे जाकर कहना चाहिए कि सीजफायर को लेकर ट्रंप का बार-बार इस तरीके से कहना सही नहीं है और टैरिफ को लेकर जो एकतरफा घोषणा की गई है, वह भी सही नहीं है।
प्रियंका ने कहा, “ऐसा बताया जाता था कि पीएम मोदी और डोनाल्ड ट्रंप की कैमिस्ट्री अच्छी है। दोनों देशों के बीच में हाउडी मोदी, एक बार फिर ट्रंप सरकार और नमस्ते ट्रंप जैसे कार्यक्रम भी हुए। ट्रंप के नए कार्यकाल में भी जब पीएम मोदी वहां गए, तो गले मिले.. बाकी सब चीजें हुईं। मेरा यह मानना है कि दोनों देशों के संबंध अच्छे हैं, लेकिन आज जिन हालातों में हैं, वह अलग है, कल ही पीएम मोदी ने कहा कि कोई भी तीसरा देश सीजफायर में शामिल नहीं था… लेकिन कुछ घंटे बाद ट्रंप ने फिर इस बात को कहा कि मैंने करवाया… ऐसे में अब इसमें एक रेड लाइन खींचें जाने की जरूरत है। हमारी सरकार सीधे तौर पर उनकी सरकार को बताए कि ऐसा कहना सही नहीं है।”
शिवसेना यूबीटी की सांसद ने कहा, “दूसरी तरफ जिस तरीके से एकतरफा टैरिफ की घोषणा हुई है। उसके बारे में भी बात की जानी चाहिए। जब ट्रेड डील की बात चल रही है उसके बीच ऐसी घोषणा करना.. वह भी इन शब्दों में करना इस पर बात होनी चाहिए। कल प्रधानमंत्री मोदी, विदेश मंत्री, गृहमंत्री और रक्षा मंत्री देश के सामने आकर बताए कि आखिर ऐसा क्यों है कि ट्रंप ऐसी बात कर रहे हैं। इसके बाद भी हमारी तरफ से कोई जवाब क्यों नहीं दिया जा रहा है?”
आपको बता दें अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप द्वारा लगातार की जा रही बयानबाजी भारत सरकार को असहज करने वाली स्थिति में डाल रही है। ऑपरेशन सिंदूर पर ट्रंप के बयान के बाद विपक्ष लगातार सरकार पर हमलावर है। ऐसे समय में ट्रंप द्वारा मॉनसून सत्र के दौरान भारत के ऊपर 25 प्रतिशत टैरिफ और साथ में जुर्माने की घोषणा करने से राजनैतिक बयानबाजी तेज हो गई है। विपक्ष एक बार फिर से सरकार के ऊपर हमलावर है।