होम बिज़नेस Tata Group company tata investment consider division of shares on 4 aug stock split detail here शेयर को टुकड़ों में बांटने के मूड में टाटा की कंपनी, 4 अगस्त को अहम बैठक, Business Hindi News

Tata Group company tata investment consider division of shares on 4 aug stock split detail here शेयर को टुकड़ों में बांटने के मूड में टाटा की कंपनी, 4 अगस्त को अहम बैठक, Business Hindi News

द्वारा

Tata Investment share: टाटा इन्वेस्टमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड सोमवार 4 अगस्त को बोर्ड बैठक करेगी। इस बैठक के दौरान स्टॉक विभाजन पर विचार किया जाएगा। बता दें कि टाटा इन्वेस्टमेंट द्वारा स्टॉक विभाजन का यह पहला मामला होगा।

Deepak Kumar लाइव हिन्दुस्तानWed, 30 July 2025 06:05 PM

Tata Investment share: टाटा समूह की सूचीबद्ध इकाई टाटा इन्वेस्टमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड ने बड़े कॉरपोरेट एक्शन के बारे में जानकारी दी है। कंपनी सोमवार 4 अगस्त को बोर्ड बैठक करेगी। इस बैठक के दौरान स्टॉक विभाजन पर विचार किया जाएगा। स्टॉक विभाजन की रिकॉर्ड तिथि अभी घोषित नहीं की गई है। बता दें कि टाटा इन्वेस्टमेंट द्वारा स्टॉक विभाजन का यह पहला मामला होगा।

डिविडेंड देती रही है कंपनी

टाटा इन्वेस्टमेंट की बात करें यह कंपनी अपने शेयरधारकों को नियमित रूप से डिविडेंड का भुगतान करती रही है। यह कंपनी साल 2025, 2024 और 2023 में क्रमशः ₹27 प्रति शेयर, ₹28 प्रति शेयर और ₹48 प्रति शेयर का भुगतान कर चुकी है। हालांकि, कंपनी ने अब तक बोनस शेयर जारी नहीं किए हैं।

शेयर का परफॉर्मेंस

टाटा इन्वेस्टमेंट के शेयर बुधवार को बिना किसी बदलाव के ₹6,730 पर बंद हुए। 2025 में अब तक यह शेयर स्थिर बना हुआ है। शेयर के 52 हफ्ते का हाई 8,075.90 रुपये है। वहीं, 52 हफ्ते का लो 5,147.15 रुपये है।

अडानी पावर भी स्टॉक विभाजन करेगी

टाटा समूह की यह कंपनी हाल के दिनों में स्टॉक विभाजन पर विचार करने वाली तीसरी कंपनी बन गई है। इससे पहले एमसीएक्स और अडानी पावर भी स्टॉक विभाजन की योजना का ऐलान कर चुकी हैं। दोनों ही कंपनियां शुक्रवार, 1 अगस्त को इस प्रस्ताव पर विचार करेंगी।

क्या है शेयर विभाजन से मतलब

स्टॉक स्प्लिट या शेयर विभाजन एक कॉर्पोरेट एक्शन है। इसके तहत कंपनी अपने मौजूदा शेयरों को छोटे-छोटे हिस्सों में विभाजित करती है। इससे निवेशकों के पोर्टफोलियो में शेयरों की कुल संख्या बढ़ जाती है। वहीं, रिटेल निवेशकों के लिए शेयर की कीमत कम हो जाती है। इसका मुख्य उद्देश्य शेयर को अधिक किफायती बनाना होता है। आमतौर पर स्टॉक स्प्लिट को पॉजिटिव तरीके से देखा जाता है। यह तब होता है जब कंपनी का शेयर मूल्य काफी बढ़ चुका होता है। यह निवेशकों के बीच विश्वास को दर्शाता है।

आपको यह भी पसंद आ सकता हैं

एक टिप्पणी छोड़ें

संस्कृति, राजनीति और गाँवो की

सच्ची आवाज़

© कॉपीराइट 2025 – सभी अधिकार सुरक्षित। डिजाइन और मगध संदेश द्वारा विकसित किया गया