होम देश After massive earthquake Tsunami Warning in many countries impact on India Update भीषण भूकंप के बाद कई देशों में सुनाई की चेतावनी, भारत पर क्या असर? आ गया अपडेट, India News in Hindi

After massive earthquake Tsunami Warning in many countries impact on India Update भीषण भूकंप के बाद कई देशों में सुनाई की चेतावनी, भारत पर क्या असर? आ गया अपडेट, India News in Hindi

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रूस के क्षेत्र में सुनामी की लहरें 10-13 फीट तक दर्ज की गई हैं, और जापान तथा हवाई जैसे देशों ने तटीय इलाकों से लोगों को हटाने के आदेश जारी किए हैं। जापान मौसम एजेंसी ने 1 मीटर तक की सुनामी लहरों की चेतावनी दी है।

रूस के कामचात्का प्रायद्वीप के पूर्वी तट पर मंगलवार देर रात 8.7 तीव्रता का एक शक्तिशाली भूकंप आया, जिसने प्रशांत महासागर के कई देशों में हड़कंप मचा दिया। इस भूकंप के बाद सुनामी की चेतावनियां जारी कर दी गई हैं। खुद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा कि अमेरिका में भी सुनामी की चेतावनी जारी की गई है। इसके अलावा, जापान में भी सुनामी की लहरें उठी हैं। हालांकि भारत के लिए राहत भरी खबर है।

भारतीय सुनामी चेतावनी केंद्र ने स्पष्ट किया है कि इस भूकंप से भारत और हिंद महासागर क्षेत्र के लिए कोई सुनामी का खतरा नहीं है। भूकंप भारतीय समयानुसार 30 जुलाई को सुबह 04:54 बजे पर आया, जिसका केंद्र रूस के कामचात्का के पूर्वी तट से लगभग 136 किलोमीटर दूर, 52.57 उत्तरी अक्षांश और 160.08 पूर्वी देशांतर पर था।

यूनाइटेड स्टेट्स जियोलॉजिकल सर्वे (USGS) के अनुसार, भूकंप की तीव्रता शुरुआत में 8.0 मापी गई थी, जिसे बाद में संशोधित कर 8.7 और फिर 8.8 कर दिया गया। यह भूकंप 18.2 से 19.3 किलोमीटर की उथली गहराई पर आया, जो इसे और भी खतरनाक बनाता है। कामचात्का प्रायद्वीप प्रशांत और ओखोट्स्क सागर प्लेटों के कन्वर्जेंस जोन में स्थित है। यह इलाका प्रशांत रिंग ऑफ फायर का हिस्सा है, जो भूकंपीय गतिविधियों के लिए जाना जाता है। यह भूकंप 2011 के जापान भूकंप (9.1 तीव्रता) के बाद विश्व का सबसे शक्तिशाली भूकंप है और इसे रिकॉर्ड किए गए छठे सबसे बड़े भूकंपों में गिना जा रहा है।

सुनामी की चेतावनियां और असर

भूकंप के बाद कामचात्का क्षेत्र में 3 से 4 मीटर ऊंची सुनामी लहरें दर्ज की गईं, जिसके कारण रूस के सखालिन द्वीप के सेवेरो-कुरिल्स्क शहर में निकासी शुरू की गई। कामचात्का के गवर्नर व्लादिमीर सोलोदोव ने इसे “दशकों में सबसे गंभीर भूकंप” बताया। पेट्रोपावलोव्स्क-कामचट्स्की में एक किंडरगार्टन सहित कई इमारतों को नुकसान पहुंचा, और कुछ लोगों को चोटें आईं। रूस के क्षेत्रीय स्वास्थ्य मंत्री ओलेग मेलनिकोव ने बताया कि कुछ लोग भागने के दौरान घायल हुए, एक व्यक्ति ने खिड़की से कूदकर और एक महिला नए हवाई अड्डे के टर्मिनल में चोटिल हुई। हालांकि, कोई गंभीर चोट या मृत्यु की सूचना नहीं है।

जापान में, भूकंप के बाद सुनामी चेतावनी जारी की गई है जिसमें होक्काइडो से लेकर वकायामा तक पूर्वी तट पर 3 मीटर तक की लहरों की आशंका जताई गई। जापान के मौसम विज्ञान एजेंसी (JMA) ने चेतावनी को अपग्रेड किया और लोगों से तटों और नदियों से दूर रहने की अपील की। होक्काइडो के नेमुरो-हनासाकी बंदरगाह पर 30 सेंटीमीटर ऊंची पहली सुनामी लहर दर्ज की गई, लेकिन बाद की लहरें अधिक ऊंची हो सकती हैं। जापान के सार्वजनिक प्रसारक NHK ने तत्काल निकासी की सलाह दी।

हुवाई, अलास्का, और अमेरिका के पश्चिमी तट (कैलिफोर्निया, ओरेगन, वाशिंगटन) के लिए भी सुनामी चेतावनियां और सलाह जारी की गईं। हुवाई में पहली सुनामी लहर के स्थानीय समयानुसार रात 7:17 बजे पहुंचने की उम्मीद थी, और लोगों से ऊंचे स्थानों पर जाने या ऊंची इमारतों की चौथी मंजिल पर शरण लेने को कहा गया। यूएस नेशनल सुनामी वॉर्निंग सेंटर ने चेतावनी दी कि रूस और हुवाई के कुछ तटों पर 3 मीटर से अधिक ऊंची लहरें संभव हैं, जबकि चिली, सोलोमन द्वीप, और अन्य प्रशांत द्वीपों पर 1-3 मीटर की लहरें आ सकती हैं।

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भारत और हिंद महासागर के लिए स्थिति

भारतीय सुनामी चेतावनी केंद्र ने पुष्टि की है कि इस भूकंप से भारत और हिंद महासागर क्षेत्र में कोई सुनामी खतरा नहीं है। केंद्र ने भूकंप का पता लगाया और तत्काल विश्लेषण के बाद यह स्पष्ट किया कि भारतीय तट सुरक्षित हैं। यह जानकारी राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के साथ भी शेयर की गई है।

अन्य प्रभावित क्षेत्र

इक्वाडोर और चिली में भी सुनामी चेतावनियां जारी की गई हैं, जबकि गुआम, अमेरिकी समोआ, और अन्य माइक्रोनेशिया द्वीपों के लिए सुनामी सलाह जारी की गई। न्यूजीलैंड में राष्ट्रीय आपातकालीन प्रबंधन एजेंसी (NEMA) ने तटवर्ती क्षेत्रों में मजबूत धाराओं और अप्रत्याशित उछाल की चेतावनी दी, लेकिन निकासी की आवश्यकता नहीं बताई।

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