रूस के राष्ट्रपति पुतिन और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप.
पूरे यूरोप के लिए रूस एक बड़ा खतरा बनता जा रहा है. यूक्रेन युद्ध की शुरुआत के बाद से यूरोप को ये समझ आ गया है कि रूस से निपटने के लिए उसको अमेरिकी मदद की खासा जरूरत है. साथ ही यूरोपीय देश अब अपने डिफेंस बजट में तेजी से बढ़ोतरी कर रहे हैं. ब्लूमर्ग की आई एक और रिपोर्ट ने रूस सुरक्षा अधिकारियों की चिंता बढ़ा दी है. साथ ही इसी रिपोर्ट से इस बात की पुष्टि हुई है यूरोप में किसी भी समय महाविनाश की शुरुआत हो सकती है.
ब्लूमबर्ग ने सोमवार को ओपन सोर्स डेटा और रक्षा विशेषज्ञों का हवाला देते हुए बताया कि अमेरिका ने संभवतः 15 सालों में पहली बार ब्रिटेन में परमाणु हथियार तैनात किए हैं, जो रूस के लिए एक संभावित चेतावनी है. इस रिपोर्ट से खुलासा हो गया है कि अमेरिका यूरोप को रूस के खिलाफ परमाणु हथियार भी मुहैया करा रहा है.
रिपोर्ट में कहा गया है कि 16 जुलाई को एक अमेरिकी सैन्य परिवहन विमान अपने ट्रांसपोंडर के साथ न्यू मैक्सिको के किर्टलैंड एयर फ़ोर्स बेस (जो परमाणु हथियारों के लिए जाना जाता है) से पूर्वी इंग्लैंड के आरएएफ लैकेनहीथ के लिए उड़ान भरी. कई रक्षा विश्लेषकों के मुताबिक, माना जाता है कि विमान में B61-12 थर्मोन्यूक्लियर बम थे, जो 2008 के बाद से ब्रिटेन में अमेरिका की पहली ज्ञात परमाणु तैनाती होगी.
मास्को संदेश देने के लिए चालू छोड़ा ट्रांसपोंडर
RT न्यूज के मुताबिक नाटो के पूर्व वरिष्ठ हथियार नियंत्रण अधिकारी विलियम अल्बर्क ने कहा कि विमान का ट्रांसपोंडर जानबूझकर चालू छोड़ना था और ऐसा लगता है कि इसका मकसद मास्को को संदेश देना था. उन्होंने कहा, “यह इस बात का पूर्व संकेत है कि नाटो की निवारक क्षमता को मजबूत करने के लिए अभी और कुछ करना बाकी है.” उन्होंने माना कि अमेरिकी परमाणु हथियारों को ब्रिटेन को वापस करना कोई छोटी उपलब्धि नहीं है.
अमेरिका-ब्रिटेन ने नहीं की पुष्टि
न तो अमेरिका और न ही ब्रिटेन ने इस कदम की पुष्टि की है. यह भी साफ नहीं है कि अमेरिका ने कितने हथियार फिर से तैनात किए हैं. शीत युद्ध के खत्म होने के बाद से यूरोप में नाटो की परमाणु स्थिति में काफी बदलाव नहीं आया है और सामरिक परमाणु हथियार हाल में बेल्जियम, जर्मनी, नीदरलैंड, इटली और तुर्की में तैनात हैं. रूस के करीब परमाणु हथियारों की किसी भी आवाजाही को एक बड़ी वृद्धि माना जाएगा.
ब्लूमबर्ग की यह रिपोर्ट ब्रिटेन की ओर से जून में अमेरिकी B61-12 बम ले जाने में सक्षम कम से कम 12 F-35A लड़ाकू विमान खरीदने की योजना की पुष्टि के बाद आई है. लंदन ने इस कदम को एक पीढ़ी में ब्रिटेन की परमाणु स्थिति की सबसे बड़ी मजबूती बताया.
तीसरे विश्व युद्ध की धमकी
पिछले साल, नाटो के पूर्व महासचिव जेन्स स्टोलटेनबर्ग ने कहा था कि नाटो रूस और चीन को रोकने के लिए अपने परमाणु हथियारों की और तैनाती पर विचार कर रहा है. अब इस खबर से लग रहा है कि दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में परमाणु बम फैलाए जा रहे हैं और कभी भी तीसरे विश्व युद्ध की घंटी बज सकती है.