विहिप और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं का आरोप था कि दो नन सिस्टर और एक युवक छत्तीसगढ़ की तीन आदिवासी युवतियों को बहला-फुसलाकर उत्तर प्रदेश के आगरा ले जा रहे थे, जहां उनके कन्वर्जन की योजना थी। पुलिस ने मौके से दो नन और युवक को धर्मांतरण के आरोप में गिरफ्तार कर लिया।
छत्तीसगढ़ में कन्वर्जन के आरोप में 2 नन की गिरफ्तारी का मामला गरमाया हुआ है। इस मामले ने सियासी जोर भी पकड़ लिया है। दिल्ली में सांसद के बाहर इंडिया गठबंधन के नेताओं ने भाजपा सरकार पर सियासी हमला बोला… तो भाजपा के लोग भी पलटवार कर रहे हैं। दरअसल, दुर्ग रेलवे स्टेशन में वूमेन ट्रैफिकिंग का आरोप लगाते हुए बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने तीन लोगों को पकड़ा है। जीआरपी पुलिस ने मानव तस्करी का अपराध दर्ज किया है।
आरोपियों को न्यायालय तो वहीं युवतियों को सखी सेंटर भिजवाया गया है। बस्तर की तीन युवतियों को हमसफर एक्सप्रेस से आगरा भेजा जा रहा था। स्टेशन में रेलवे पुलिस ने प्रीति मैरी, वंदना फ्रांसिस सहित सुखमन मंडावी को हिरासत में लेकर युवतियों के संबंध में जानकारी मांगी। लेकिन वे लोग सही जानकारी नहीं दे पाए।
क्या है पूरा मामला यह भी जान लीजिए?
दरअसल, यह मामला छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले का है। 25 जुलाई 2025 को दुर्ग रेलवे स्टेशन पर बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने कंवर्जन (धर्मांतरण) की आशंका जताते हुए जमकर प्रदर्शन किया था। विहिप और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं का आरोप था कि दो नन सिस्टर और एक युवक छत्तीसगढ़ की तीन आदिवासी युवतियों को बहला-फुसलाकर उत्तर प्रदेश के आगरा ले जा रहे थे, जहां उनके कन्वर्जन की योजना थी। इस हंगामे की जानकारी मिलते ही GRP मौके पर पहुंची। इस दौरान पुलिस ने मौके से दो नन और युवक को धर्मांतरण के आरोप में गिरफ्तार कर लिया। इस दौरान स्टेशन में काफी हंगामा हुआ था।
2 नन की गिरफ्तारी से देश में सियासी बवाल
दुर्ग में जीआरपीएफ द्वारा गिरफ्तार की गईं दोनों नन मलयाली हैं। वह ग्रीन गार्डन्स धार्मिक समुदाय की नन हैं। दोनों की गिरफ्तारी को लेकर देश की राजधानी दिल्ली तक सियासी बवाल मच गया है। इस मामले में केरल के CM पिनाराई विजयन ने दोनों नन की रिहाई के संबंध में PM नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है। वहीं, AICC महासचिव ने वेणुगोपाल ने छत्तीसगढ़ के CM विष्णु देव साय को पत्र लिखा है। इसके अलावा 28 जुलाई को लोकसभा के बाहर इसे लेकर UDF के सांसदों ने विरोध किया। वहीं संसद के नेता प्रतिपक्ष और पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी इस पर तीखी प्रतिक्रिया दी है।
बजरंग दल, मिशनरी और पुलिस ने यह कहा…
बजरंग दल के दुर्ग जिला संयोजक रवि निगम का कहना है कि लगातार ईसाई मिशनरियों द्वारा हिंदुओं को लालच देकर धर्म परिवर्तन कराने का काम कर रही है। बस्तर की कुछ युवतियों को दुर्ग स्टेशन से छुड़वाया गया है। युवतियों की मानव तस्करी की जा रही थी। दो नन (मिशनरी सिस्टर) और मिशनरी से जुड़े एक युवक को गिरफ्तार किय गया है। यह लोग युवतियों को आगरा ले जा रहे थे। इधर ईसाई मिशनरी से जुड़े एम जोराथन जॉन का आरोप है कि राजनीतिक दबाव के कारण उनके चर्च के दो नन के खिलाफ झूठी मानव तस्करी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। जिसके कारण वे लोग अब न्यायालय की शरण में जाएंगे। इधर जीआरपी थाना के प्रभारी राजकुमार बोरझा का कहना है कि युवतियों के बयान के आधार पर यह कार्रवाई की गई है। प्रकरण में थाना भिलाई, शासकीय रेल पुलिस के अपराध क्रमांक 60/25 धारा 143 बीएनएस एवं धारा 4 छ.ग. धर्म स्वतंत्रय अधिनियम 1968 का अपराध दर्ज किया गया है।
सच्चाई को समझने की जरूरतः सीएम साय
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कांग्रेस पर संवेदनशील मुद्दों पर राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा कि इस मामले की सच्चाई को समझने की जरूरत है। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह मामला प्रलोभन और ह्यूमन ट्रैफिकिंग से जुड़ा है, जिसकी जांच चल रही है। दुर्ग जिले में पकड़ी गईं दो नन नारायणपुर जिले की बेटियों को नौकरी का झांसा देकर आगरा ले जा रही थीं। उन्होंने इसे गंभीर मामला बताते हुए कहा कि यह मानव तस्करी और प्रलोभन का स्पष्ट उदाहरण है। सीएम साय ने जोर देकर कहा कि कानून अपना काम करेगा और इस तरह के संवेदनशील मामलों में कांग्रेस को राजनीति से बचना चाहिए। उन्होंने छत्तीसगढ़ को शांति का टापू बताते हुए धर्मांतरण के खिलाफ अपनी सरकार की सख्त नीति को दोहराया।
भाजपा खुद धर्मांतरण को बढ़ावा देती हैः बैज
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि ननों के मामले में निष्पक्ष जांच होनी चाहिए तथा उनकी रिहाई की जानी चाहिए। ननों के साथ जाने वाली महिलाएं रोजी-रोटी के लिए स्वेच्छा से जा रही थी। बिना पूरी पड़ताल के बजरंग दल, भाजपा, आरएसएस के लोगों ने उनके साथ मारपीट किया और दबावपूर्वक उनकी गिरफ्तारी करवाई गयी। यह भाजपा की सरकार का अतिवादी अलोकतांत्रिक चरित्र है। भाजपा धर्मांतरण के नाम पर अफवाह फैलाने की राजनीति करती है तथा भाजपा की सरकार आरएसएस, बजरंग दल के इशारे पर गलत कार्यवाहियां करती है। भाजपा खुद धर्मांतरण को बढ़ावा देती है।