होम नॉलेज ऑपरेशन महादेव से दुर्गा-ब्रह्मा तक… भगवान के नाम पर चले अभियानों की कहानी, जिसने इतिहास रचा

ऑपरेशन महादेव से दुर्गा-ब्रह्मा तक… भगवान के नाम पर चले अभियानों की कहानी, जिसने इतिहास रचा

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पहलगाम में पर्यटकों पर हमले के दोषियों को सजा देने के लिए जम्मू-कश्मीर में ऑपरेशन महादेव चलाया गया.

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों को निशाना बनाने वाले तीन आतंकवादियों को भारतीय सुरक्षा बलों ने मार गिराया है. पहलगाम आतंकी हमले के बाद शुरू किए ऑपरेशन महादेव के तहत यह कार्रवाई की गई है. इसके पहले भी आतंकवादियों के खिलाफ भारत कई ऑपरेशंस कर चुका है तो दूसरे देशों में फंसे अपने लोगों को निकालने के लिए भी कई अभियान चलाए हैं. शोहदों के खिलाफ कार्रवाई की गई है. इन ऑपरेशंस में से कई के नाम भगवान या उनसे संबंधित नामों पर रखे गए हैं. आइए जान लेते हैं ऐसे ही ऑपरेशंस के बारे में.

पाकिस्तान के जन्म के साथ ही वह अपनी हरकतों से भारत के लिए तनाव पैदा करता रहा है. उसकी हरकतों का भारत ने हर बार माकूल जवाब दिया है. एक, दो नहीं, कम से कम 11 बार भारत ने पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दिया है. इसके लिए तरह-तरह के ऑपरेशन चलाए हैं. पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर में चलाए गए हालिया ऑपरेशन का नाम दिया गया था ऑपरेशन सिंदूर. पहलगाम में पुरुषों को निशाना बनाकर महिलाओं की मांग सूनी करने वाले आतंकवादियों के ठिकानों को ऑपरेशन सिंदूर के तहत ही नेस्तनाबूद किया गया. इससे साफ संदेश दिया गया कि महिलाओं के माथे का सिंदूर पोछने वालों की खैर नहीं है.

पहलगाम के दोषियों के खिलाफ ऑपरेशन महादेव

पर्यटकों पर हमले के दोषियों को सजा देने के लिए जम्मू-कश्मीर में ऑपरेशन महादेव चलाया गया. भगवान शिव के नाम पर इस ऑपरेशन का नाम इसलिए रखा गया, क्योंकि कश्मीर में शिव अमरनाथ यात्रा के साथ ही आध्यात्मिकता का प्रतीक हैं. इसी ऑपरेशन के तहत श्रीनगर के डचिगम नेशनल पार्क के पास हरवान इलाके में भारतीय सुरक्षा बलों की संयुक्त कार्रवाई में तीन आतंकियों को मार गिराया गया. इस ऑपरेशन को पहलगाम में 26 हिंदू पर्यटकों के नरसंहार के बाद शुरू किया गया था, जिसमें 25 भारतीय और नेपाल का एक नागरिक मारे गए थे.

भारतीय सेना की चिनार कॉर्प्स की ओर से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर बताया गया कि हरवान के मुलनार क्षेत्र में गुप्त सूचना के आधार पर ऑपरेशन महादेव शुरू किया गया. डचिगम जंगल में संदिग्ध कम्युनिकेशन की ट्रैकिंग और स्थानीय खानाबदोशों की सूचना के बाद यह कार्रवाई हुई. सुरक्षा बलों ने पूरे इलाके को घेर कर तलाशी अभियान के दौरान तीन आतंकवादियों को ढेर कर दिया. बताया गया है कि मारे गए आतंकियों में दो पहलगाम हमले के मुख्य साजिशकर्ता थे. उनमें एक की पहचान मूसा के रूप में हुई है. साथ ही आतंकवादियों को लॉजिस्टिक सपोर्ट दे रहे स्थानीय लोगों को भी सुरक्षा बलों ने हिरासत में लिया है.

म्यांमार में भूकंप के बाद चलाया ऑपरेशन ब्रह्मा

इसी साल 28 मार्च (2025) को म्यांमार और थाईलैंड में भीषण भूकंप आया था. पड़ोसी देश में राहत और बचाव के लिए भारत ने तुरंत ऑपरेशन ब्रह्मा शुरू किया था. सृष्टि के रचयिता भगवान ब्रह्मा के नाम पर शुरू किए गए इस ऑपरेशन के तहत भारतीय सेना की 50 (आई) पैरा ब्रिगेड की एक एक्सपर्ट बचाव यूनिट को तुरंत म्यांमार भेजा गया. इसके अलावा महिलाओं और बच्चों की देखभाल के लिए सेवा मुहैया कराई गई.

भारतीय सेना की फील्ड अस्पताल इकाई के 118 सदस्यों के साथ ही 60 टन राहत सामग्री लेकर दो सी-17 विमानों को म्यांमार भेजा गया. ऑपरेशन ब्रह्मा के तहत ही एनडीआरएफ की टीमों ने म्यांमार के यू हला थीन मठ में फंसे 170 भिक्षुओं को बचाने के लिए अभियान चलाया. भारतीय नौसेना के जहाजों सतपुड़ा, सावित्री, आईएनएस करमुख और एलसीयू 52 को भी मानवीय सहायता और आपदा राहत के लिए तैनात किया गया और यांगून तक राहत सामग्री पहुंचाई गई.

Operation Devi Shakti

साल 2021 में ऑपरेशन देवी शक्ति चलाकर भारत ने आठ सौ से अधिक भारतीयों को अफगानिस्तान से निकाला था.

ऑपरेशन देवी शक्ति चलाकर निकाले गए भारतीय

अफगानिस्तान से अमेरिकी फौजों के हटने के साथ ही साल 2021 में तालिबान प्रभावी होने लगा और राष्ट्रपति अशरफ गनी की सरकार को उखाड़ फेंका और राजधानी काबुल पर कब्जा कर लिया. 15 अगस्त 2021 को अफगानिस्तान की सत्ता पर तालिबान के कब्जे के बाद भारत सरकार ने तुरंत फैसला किया कि वह अपने सभी नागरिकों को वहां से निकाल लेगी. इसके लिए इंडियन एयरफोर्स ने ऑपरेशन देवी शक्ति चलाया और आठ सौ से अधिक भारतीयों को सकुशल अपने देश लाया गया. इनमें आम लोगों के साथ ही अफगानिस्तान में स्थित भारतीय दूतावास के अधिकारी और कर्मचारी भी थे.

यूक्रेन से ऑपरेशन गंगा के तहत निकाले गए लोग

भारत में गंगा नदी को भी मां और देवी का दर्जा दिया जाता है. साल 2022 में जब रूस ने यूक्रेन पर हमला किया तो वहां बड़ी संख्या में भारतीय फंसे हुए थे. इनमें छात्र-छात्राओं की अच्छी-खासी संख्या थी. उनको वापस लाने के लिए भारत सरकार की ओर से ऑपरेशन गंगा चलाया गया. 20 हजार भारतीयों को लाने के लिए यूक्रेन के पड़ोसी देशों से भारत ने विशेष उड़ानें संचालित कीं. यूक्रेन से रोमानिया और हंगरी आदि तक विभिन्न माध्यमों से भारतीयों को पहुंचाकर वहां से एयर लिफ्ट किया गया.

शोहदों के खिलाफ ऑपरेशन दुर्गा

हरियाणा की मनोहर लाल खट्टर सरकार ने लड़कियों और महिलाओं से छेड़छाड़ करने वाले शोहदों पर नकेल कसने के लिए ऑपरेशन दुर्गा दस्ता बनाया था. मनचलों पर कठोर कार्रवाई करने के लिए इस दस्ते ने राज्य में 13 अप्रैल 2017 को ऑपरेशन दुर्गा शुरू किया था.

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