अमित शाह ने कहा, ‘सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक में हमने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में हमला किया। एक प्रकार से भारत के हिस्से पर ही हमला किया, क्योंकि पाकिस्तान के कब्जे वाला कश्मीर हमारा ही है। मगर इस बार 100 किमी अंदर घुसकर पाकिस्तान की भूमि पर आतंकवादियों को तबाह कर दिया।’
लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा मंगलवार को भी जारी रही। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने चर्चा के दौरान 10 आतंकवादियों के नाम गिनाए और दावा किया कि इनमें से कुछ UPA सरकार के समय घटनाओं को अंजाम दे चुके हैं। दरअसल, एक इंटरव्यू के दौरान चिदंबरम ने सवाल किया था कि इस बात के कोई सबूत नहीं है कि आतंकी पाकिस्तान से आए थे।
शाह ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तान में घुसकर अटैक किया गया। उन्होंने कहा, ‘सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक में हमने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में हमला किया। एक प्रकार से भारत के हिस्से पर ही हमला किया, क्योंकि पाकिस्तान के कब्जे वाला कश्मीर हमारा ही है। मगर इस बार 100 किमी अंदर घुसकर पाकिस्तान की भूमि पर आतंकवादियों को तबाह कर दिया।’
शाह ने मारे गए आतंकवादियों के नाम गिनाए। उन्होंने कहा कि जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मौलाना मसूद अजहर का बहनोई हाफिज मोहम्मद जमील, मुदस्सर कादियान, याकूब मलिक, मोहम्मद हमसा जालिब, मोहम्मद यूसुफ अजहर, जैश ए मोहम्मद का आमिर, मोहम्मद हसन खार, मोहम्मद हसन गंभीर रूप से घायल हुआ और अब्दुल मलिक, खालिद अबु अक्स, नोइम मलिक, इनका कोई पता ठिकाना नहीं है।
उन्होंने कहा, ‘ये मुझे पूछते थे कि पहलगाम के दोषी कहां गए। ये जो 10 नाम मैंने पढ़े हैं। इनमें से 8 चिदंबरम एंड कंपनी के समय में आतंकवादी घटना करने वाले लोगों को नरेंद्र मोदी सरकार ने मारने का काम किया है…। आपके समय में जो छिप गए थे, उन्हें हमारी सेना ने चुन-चुन कर समाप्त कर दिया है। शाह ने बताया कि सेना ने 100 से ज्यादा आतंकियों को समाप्त कर दिया है।’
क्या बोले थे चिदंबरम
क्विंट से बातचीत में चिदंबरम ने ने NIA यानी नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी को लेकर कहा, ‘NIA ने हफ्तों में क्या किया, वे ये सब छिपाना चाहते हैं। क्या उन्होंने आतंकवादियों की पहचान कर ली। वो कहां से आए थे। हम सिर्फ ये जानते हैं कि वे स्थानीय आतंकी थे। आपने ऐसा क्यों मान लिया कि वो पाकिस्तान से आए थे? इस बात का कोई सबूत नहीं है।’