शिक्षा विभाग धनबाद द्वारा संचालित विभिन्न शैक्षणिक कार्यक्रमों की समीक्षा बैठक सोमवार को कार्यालय के सभागार में हुई. बैठक की अध्यक्षता जिला शिक्षा पदाधिकारी सह जिला कार्यक्रम पदाधिकारी अभिषेक झा एवं जिला शिक्षा अधीक्षक सह अपर जिला कार्यक्रम पदाधिकारी आयुष कुमार ने की. इसमें “एक पेड़ मां के नाम ” और “मुख्यमंत्री स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार ” जैसी प्रमुख योजनाओं की धीमी प्रगति पर असंतोष जताया गया. समीक्षा में पाया गया कि शुरुआत में बेहतर स्थिति के बावजूद जिले का प्रदर्शन पीछे रह गया है. इको क्लब के तहत निर्धारित लक्ष्य पूरे नहीं होने पर संबंधित विद्यालयों और अधिकारियों पर नाराजगी जतायी गयी. प्रोजेक्ट रेल परीक्षा, परिणाम प्रकाशन और ई-विधावाहिनी पोर्टल पर प्रविष्टि पर भी चर्चा की गयी. कहा गया कि प्रखंड और विद्यालयों में इसपर लापरवाही बरती जा रही है. सितंबर में होने वाली अर्धवार्षिक परीक्षा की तैयारी, स्प्लिट सिलेबस की प्रविष्टि पर भी चर्चा की गयी. एनआइएलपी (नवभारत साक्षरता योजना) और मध्यान्ह भोजन की समीक्षा में झरिया, टुंडी और केलियासोल जैसे क्षेत्रों में कार्य की स्थिति निराशाजनक पायी गयी. वहीं निरसा प्रखंड की प्रगति संतोषजनक रही. बैठक में पारा शिक्षकों की मृत्यु, सेवानिवृत्ति और फर्जी प्रमाणपत्र के मामलों पर भी समीक्षा हुई. संबंधित शिक्षकों पर तत्काल कार्रवाई कर प्रतिवेदन भेजने का निर्देश दिया गया. जर्जर भवनों की सूची के अनुसार तोड़ने की कार्रवाई, बारिश के मौसम में सुरक्षित कक्षा संचालन, स्वच्छ रसोईघर और एमडीएम में सफाई पर विशेष बल दिया गया. मौके पर सभी प्रखंडों के बीइइओ, बीपीओ, एपीओ और एडीपीओ उपस्थित थे. बैठक के अंत में स्पष्ट किया गया कि एक सप्ताह के अंदर यदि अपेक्षित प्रगति नहीं दिखी, तो संबंधित अधिकारियों और विद्यालय प्रमुखों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.
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