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रूस ने उत्तर कोरिया को दी सौगात, प्योंगयांग में बरसों बाद उतरी सीधी फ्लाइट

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उत्तर कोरिया का तानाशाह किम जोंग और रूस के राष्ट्रपति पुतिन. Image Credit source: AI

रूस ने उत्तर कोरिया को बड़ी सौगात दी है. मॉस्को और प्योंगयांग के बीच पहली सीधी उड़ान सोमवार से शुरू हो गई. इससे पहले रूस और उत्तरकोरिया के बीच एक मात्र सीधी उड़ान थी वो प्योंगयांग को रूस के प्रमुख शहर व्लादिवोस्तोक से जोड़ती थी. इस फ्लाइट का संचालन उत्तर कोरियाई सरकारी एयरलाइन एयर कोर्यो द्वारा किया जाता था. दोनों देशों के अधिकारियों के बीच दोनों देशों के बीच शुरू हुई नियमित सीधी उड़ान तकरीबन 75 वर्षों से बाधित थी.

रूसी एयरलाइन नॉर्डविड को इस माह की शुरुआत में ही नए रूट पर उड़ान भरने की अनुमति मिली थी. इसकी योजना हर महीने एक राउंड ट्रिप उड़ान है. सोमवार को जब यह फ्लाइट प्योंगयांग पहुंचीं तो इसमें यात्रियों के साथ रूसी अधिकारी भी सवार थे. रूसी प्राकृतिक संसाधन एवं पर्यावरण मंत्री अलेक्सांद्र कोजलोव के मुताबिक यह उड़ान दोनों देशों के बीच आधुनिक संबंधों में एक मील का पत्थर है.

उत्तर कोरियाई नागरिक थे सवार

प्योंगयांग अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर कोजलोव का स्वागत उत्तर कोरियाई विदेश आर्थिक मामलों के मंत्री और आयोग में उनके समकक्ष युन जोंग-हो ने किया. युन ने नई हवाई सेवा को दोनों देशों के लोगों की समृद्धि की दिशा में एक कदम बताया. मीडिया रिपोर्टों से पता चला है कि विमान में सवार ज़्यादातर यात्री घर लौट रहे उत्तर कोरियाई नागरिक थे. एक यात्री ने रूप्टली वीडियो एजेंसी को बताया कि उसे उम्मीद है कि रूस के साथ मज़बूत संबंध उत्तर कोरिया में पर्यटन को बढ़ावा देने में मदद करेंगे.

तय की 6400 किमी से ज्यादा की दूरी

यह उड़ान 6,400 किलोमीटर से ज़्यादा की दूरी तय करती है और लगभग आठ घंटे का समय लेती है. पहली यात्रा के टिकटों की शुरुआती कीमत लगभग 570 डॉलर रखी गई थी. पिछले साल, मास्को और प्योंगयांग ने एक व्यापक द्विपक्षीय सहयोग समझौते पर हस्ताक्षर किए, जिसमें उनके संबंधों को और गहरा करने की योजनाओं की रूपरेखा तैयार की गई. इस संधि में पारस्परिक रक्षा प्रावधान शामिल थे, जो रूस के कुर्स्क क्षेत्र में यूक्रेनी घुसपैठ को विफल करने में रूसी सैनिकों की सहायता के लिए उत्तर कोरियाई सेना की तैनाती के लिए कानूनी ढांचा प्रदान करते थे.

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