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बांग्लादेश में नहीं रुक रही हिंदुओं के खिलाफ हिंसा, गंगाचारा धर्म का अपमान करने के आरोप में हमला

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बांग्लादेश में हिंदू समुदाय के खिलाफ हिंसा बढ़ती ही जा रही हैं. ऐसा कोई हफ्ता नहीं जा रहा है, जब बांग्लादेश के किसी कौने से हिंसा की खबर न आ रही है. हाल में रंगपुर के गंगाचारा में हिंदुओं के घरों में तोड़फोड़ का मामला सामने आया है. उत्तरी बांग्लादेश के रंगपुर जिले के गंगाचारा उपजिला के बेतगारी संघ के एक गांव में एक किशोर ने सनाता समुदाय के लोगों पर आरोप लगाया कि उन्होंने पैगंबर का अपमान किया है. उसने ये आरोप एक फेसबुक पोस्ट के जरिए लगाया था.

पोस्ट के वायरल होती है सनाता समुदाय के खिलाफ लोगों का गुस्सा फूट पड़ा और हिंसा शुरू हो गई. इस पूरी घटना में गंगाचारा में कई हिंदुओं के घरों में तोड़फोड़ और लूटपाट की गई है. स्थानीय निजी शिक्षण संस्थान के छात्र किशोर को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. स्थानीय प्रशासन ने बताया कि उसके खिलाफ साइबर सुरक्षा अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है.

मौके पर तैनात किए सुरक्षाबल

बीबीसी बांग्ला की खबर के मुताबिक उपजिला कार्यकारी अधिकारी महमूद हसन खान ने बताया कि कुछ घरों पर माइक्रोफोन से हमला किए जाने के बाद सेना और पुलिस ने घटनास्थल पर मोर्चा संभाल लिया है. गंगाचारा पुलिस स्टेशन के प्रभारी अधिकारी मोहम्मद अल इमरान का कहना है कि उनका मानना है कि सोमवार को वहां स्थिति काफी हद तक सामान्य है. हालांकि, स्थानीय लोगों ने कहा कि घरों पर हमले, लूटपाट और तोड़फोड़ के बाद पूरे क्षेत्र में दहशत फैल गई है.

कैसे हुई हिंसा?

जहां हिंसा हुई वह इलाका निलफामारी ज़िले के किशोरगंज उपजिले से सटा हुआ है. प्रशासन और स्थानीय लोगों का कहना है कि वहां के एक इलाके के लोगों के एक समूह ने माइक पर ऐलान करते हुए जुलूस निकाला और हमला व तोड़फोड़ की. स्थानीय संगठन जमात-ए-इस्लामी के अमीर का कहना है कि आम जनता गुस्से में थी और उसने हमला किया, साथ ही उन्होने कहा कि पुलिस शुरुआती दौर में उन्हें संभालने में असमर्थ रही. अगर इस मामले में पुलिस ने तत्परता दिखाई होती, तो कई हिंदुओं के घरों को तोड़फोड़ से बचाया जा सकता था.

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