होम बिज़नेस Why Indian Share Market Falling these are 4 reason investors looses 12 lakh crore rupee Share Market Crash: क्यों हर दिन टूट रहा है शेयर बाजार? गिरावट की 4 बड़ी वजहें, निवेशकों के 3 दिन में डूबे ₹12 लाख करोड़, Business Hindi News

Why Indian Share Market Falling these are 4 reason investors looses 12 lakh crore rupee Share Market Crash: क्यों हर दिन टूट रहा है शेयर बाजार? गिरावट की 4 बड़ी वजहें, निवेशकों के 3 दिन में डूबे ₹12 लाख करोड़, Business Hindi News

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Why Indian Share Market Falling: घरेलू शेयर बाजार में गिरावट की वजह से निवेशकों को भारी नुकसान झेलना पड़ा है। इस दौरान निवेशकों के 12 लाख करोड़ रुपये महज 3 दिन में ही डूब गए। बीएसई लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप 448 लाख करोड़ रुपये तक आ गया है।

Why Indian Share Market Falling: घरेलू शेयर बाजार की सेहत खराब नजर आ रही। सेंसेक्स और निफ्टी में गिरावट का सिलसिला जारी है। सेंसेक्स आज यानी सोमवार को 81,299.97 अंक पर खुला है। वहीं, दिन यह करीब 700 अंक की गिरावट के साथ 80,776.44 पर आ गया। वहीं, निफ्टी का इंट्रा-डे लो लेवल 0.80 प्रतिशत के साथ 24,646.60 अंक रहा है।

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3 दिन में 1950 अंक लुढ़का सेंसेक्स

बीएसई मिडकैप 0.80 प्रतिशत तक लुढ़क गया था। वहीं, स्मॉल कैप इंडेक्स में करीब आधा प्रतिशत की गिरावट देखने को मिली है। बता दें, बीते 3 कारोबारी दिन में सेंसेक्स इंडेक्स 1950 अंक या फिर 2.4 प्रतिशत तक लुढ़क चुका है। वहीं, निफ्टी में 2.3 प्रतिशत की गिरावट आई है।

घरेलू शेयर बाजार में गिरावट की वजह से निवेशकों को भारी नुकसान झेलना पड़ा है। इस दौरान निवेशकों के 12 लाख करोड़ रुपये महज 3 कारोबारी दिन में ही डूब गए। बीएसई लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप 448 लाख करोड़ रुपये तक आ गया है।

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शेयर बाजार में क्यों हो रही है गिरावट?

1- अधर में लटकी यूएस-इंडिया ट्रेड डील

भारत और अमेरिका के बीच अभी तक कोई भी ट्रेड डील फाइनल नहीं कर पाए हैं। ना ही दोनों देशों की तरफ से कोई आधिकारिक जानकारी इसको लेकर आई है। साथ ही 1 अगस्त की डेडलाइन तक इसके पूरा होने की भी उम्मीद कम ही है। दोनों देशों के बीच हो रही डील में रुकावट की वजह अमेरिका का एग्रीकल्चर, डेरी और जेनिटिकली मॉडिफाइड प्रोडक्ट में एक्सेस की मांग है। एक्सपर्ट्स भी इस बात को मान रहे हैं कि दोनों देशों के बीच ट्रेड फाइनल ना होने की वजह से निवेशकों का सेंटिमेंट प्रभावित हुआ है।

2- विदेशी निवेशकी की तरफ से भारी बिकवाली

FPIs लगातार शेयरों को बेच रहे हैं। 25 जुलाई तक के डाटा के अनुसार एफपीआई ने 30,509 करोड़ रुपये के शेयर बेचे हैं। वहीं, कैश सेगमेंट में बीते 5 कारोबारी दिन में एफपीआई ने 13550 करोड़ रुपये के शेयर बेचे हैं।

3- कमजोर तिमाही नतीजे

कंपनियों के तिमाही नतीजे उम्मीद से भी अधिक कमजोर रहे हैं। कमजोर तिमाही नतीजों ने इंडियन स्टॉक मार्केट के वैल्यूएशन को लेकर सवाल खड़ा कर दिया है। आने वाले समय में और बड़ी गिरावट शेयर बाजार में देखने को मिल सकती है।

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4- नहीं मिल रही है कोई तेजी की वजह

वैश्विक तनाव और यूएस-इंडिया ट्रेड डील के फाइनल ना होने के अलावा भारतीय बाजार को इस समय कोई पॉजिटिव खबर नहीं मिल रही है। जिसकी वजह से स्टॉक मार्केट का नरेटिव प्रभावित हुआ है। इन सबके बीच एशियन डेवलपमेंट बैंक ने इंडिया के वित्त वर्ष के जीडीपी अनुमान को घटाकर 6.5 प्रतिशत कर दिया है। अप्रैल में बैंक ने 6.7 प्रतिशत की ग्रोथ रेट का अनुमान लगाया था।

इंडियन रेटिंग एंड रिसर्च ने भी वित्त वर्ष 2026 के ग्रोथ रेट को 6.6 प्रतिशत से घटाकर 6.3 प्रतिशत कर दिया है।

(यह निवेश की सलाह नहीं है। शेयर बाजार जोखिमों के अधीन है। किसी भी निवेश से पहले सूझ-बूझ के साथ सलाह फैसला करें। यहां प्रस्तुत एक्सपर्ट्स के विचार निजी हैं। लाइव हिन्दुस्तान इस आधार पर शेयरों को खरीदने और बेचने की सलाह नहीं देता है।)

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