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Bihar Chunav 2025: बिहार चुनाव से पहले चिराग पासवान को खगड़िया में बड़ा झटका मिला है. 38 नेताओं ने सामूहिक इस्तीफा दे दिया है. इन नेताओं ने सांसद राजेश वर्मा पर अभद्र व्यवहार का आरोप लगाया है. जिससे पार्टी में …और पढ़ें
हाइलाइट्स
- 38 नेताओं ने LJPR से सामूहिक इस्तीफा दिया
- सांसद राजेश वर्मा पर अभद्र व्यवहार का आरोप
- चिराग पासवान को खगड़िया में बड़ा झटका
पूर्व जिलाध्यक्ष ने भी छोड़ी पार्टी
बलुआही में आयोजित एक बैठक के बाद हुए इस सामूहिक इस्तीफे में पूर्व जिलाध्यक्ष शिवराज यादव, प्रदेश महासचिव रतन पासवान, युवा जिलाध्यक्ष सुजीत पासवान समेत कई वरिष्ठ नेता शामिल हैं. शिवराज यादव ने जानकारी दी कि सभी सात प्रखंड अध्यक्षों ने भी अपना इस्तीफा दे दिया है और इस संबंध में एक खुला पत्र भी जारी किया गया है.
सांसद पर अभद्र व्यवहार का आरोप
प्रदेश महासचिव रतन पासवान ने सामूहिक इस्तीफे का मुख्य कारण खगड़िया सांसद और उनके प्रतिनिधि द्वारा नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ किया गया अभद्र व्यवहार बताया. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि सांसद के इशारे पर ही पार्टी के तीन पुराने अधिकारियों पर कार्रवाई करते हुए उनसे शो-कॉज मांगा गया। नेताओं ने इस बात पर भी जोर दिया कि खगड़िया स्वयं लोजपा के संस्थापक स्वर्गीय रामविलास पासवान की धरती है, और यहीं पार्टी के नेताओं व कार्यकर्ताओं के साथ गलत व्यवहार हो रहा है. नव मनोनीत जिलाध्यक्ष मनीष कुमार उर्फ नाटा सिंह पर भी नेताओं ने सवाल उठाए हैं.
वहीं, खगड़िया सांसद के मुख्य प्रतिनिधि डॉ. पवन जायसवाल ने इन आरोपों को सिरे से खारिज किया है. उन्होंने कहा कि मनीष कुमार को जिलाध्यक्ष बनाने का निर्णय पार्टी के शीर्ष नेतृत्व का है और कुछ लोग स्वार्थ की राजनीति कर अनर्गल बयानबाजी कर रहे हैं. इस घटनाक्रम से बिहार चुनाव से पहले चिराग पासवान की पार्टी की आंतरिक चुनौतियां स्पष्ट रूप से सामने आ गई हैं.