दिवालिया प्रोसेस से गुजर रही कंपनी के शेयर पिछले चार कारोबारी दिन से लगातार ठप पड़ा हुआ है। कंपनी के शेयर में आखिरी बार ट्रेडिंग 21 जुलाई को हुई थी। उस दिन में इसमें 5% का लोअर सर्किट लगा था और कीमत 1.39 रुपये पर आ गई थी।
Reliance Communications Ltd Share: अनिल अंबानी की कंपनी के शेयर आज फोकस में रहे। अधिकतर शेयर में गिरावट दर्ज की गई। इधर, दिवालिया प्रोसेस से गुजर रही कंपनी रिलायंस कम्युनिकेशंस के शेयर पिछले चार कारोबारी दिन से लगातार ठप पड़ा हुआ है। कंपनी के शेयर में आखिरी बार ट्रेडिंग 21 जुलाई को हुई थी। उस दिन में इसमें 5% का लोअर सर्किट लगा था और कीमत 1.39 रुपये पर आ गई थी।
लंबी अवधि में कराया है नुकसान
जनवरी 2008 में इस शेयर की कीमत 800 रुपये तक पहुंच गई थी। तब से अब तक यह शेयर करीब 99% तक टूट गया। यानी उस समय अगर किसी निवेशक ने इस शेयर में एक लाख रुपये लगाए होते और अब तक निवेशित रहते तो आज की तारीख में यह रकम घटकर मात्र 173 रुपये रह जाता। इधर, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के सूत्रों ने गुरुवार को द इकोनॉमिक टाइम्स को बताया कि अनिल अंबानी की रिलायंस कम्युनिकेशंस लिमिटेड ने 14,000 करोड़ रुपये से ज़्यादा की ऋण धोखाधड़ी की है। वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने संसद में पुष्टि की थी कि भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने आरबीआई के दिशानिर्देशों के अनुसार रिलायंस कम्युनिकेशंस (आरकॉम) और उसके प्रमोटर अनिल अंबानी को “धोखाधड़ी” वाली श्रेणी में रखा है। एसबीआई ने इस वर्गीकरण की सूचना आरबीआई को दी है और अब वह केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) में शिकायत दर्ज कराने की तैयारी कर रहा है।
बता दें कि इससे पहले भारतीय स्टेट बैंक ने को शेयर बाजार को दी सूचना में कहा था कि उसने संकटग्रस्त दूरसंचार कंपनी रिलायंस कम्युनिकेशंस के ऋण खाते को ‘धोखाधड़ी’ वाले खाते के रूप में वर्गीकृत करने और इसके पूर्व निदेशक… अनिल अंबानी का नाम भारतीय रिजर्व बैंक को रिपोर्ट करने का फैसला है। रिलायंस कम्युनिकेशंस ने शेयर बाजार को दी सूचना में बताया कि उसे भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) से इस संबंध में 23 जून, 2025 का एक पत्र मिला।
अनिल अंबानी और उनकी कंपनियों पर ED का छापा
आज गुरुवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने यस बैंक ऋण धोखाधड़ी मामले में देश भर में व्यापक तलाशी अभियान चलाया है जिसमें मुंबई के एक प्रमुख उद्योगपति से जुड़ी कई संपत्तियों को निशाना बनाया गया है। दिल्ली और मुंबई की ईडी टीमों ने गुरुवार को एक साथ लगभग 40 स्थानों पर तलाशी ली, जिसमें उद्योगपति का निजी निवास भी शामिल है। ये तलाशी अभियान रिलायंस अनिल धीरूभाई अंबानी समूह (एडीए समूह) के तहत कंपनियों के कार्यालयों पर केंद्रित था, जो एक बड़े धन शोधन जांच का हिस्सा है। आधिकारिक सूत्रों ने पुष्टि की है कि यह कार्रवाई यस बैंक ऋण धोखाधड़ी मामले की चल रही जांच से जुड़ी हुई है, साथ ही उद्योगपति के रिलायंस एडीए समूह के अंतर्गत आने वाली कंपनियों से संबंधित अन्य वित्तीय जांच से भी जुड़ी है। तलाशी विशेष रूप से एडीए समूह की कंपनियों के कार्यालयों पर केंद्रित थी।
(भाषा इनपुट के साथ)