बस्तर आईजी सुंदरराज पी ने कहा कि पूरे बस्तर संभाग में प्रतिबंधित और अवैध माओवादी संगठन CPI (Maoist) के विरुद्ध एक सशक्त अभियान जारी है। वर्ष 2025 के शुरुआती छह महीनों में ही 204 माओवादी विभिन्न मुठभेड़ों में मारे गए हैं। वहीं 140 नक्सलियों ने सरेंडर किया हैं।
छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के खिलाफ चलाए जा रहे एंटी नक्सल ऑपरेशन में फोर्स को हाल ही में उस वक्त बड़ी कामयाबी मिली, जब बीजापुर, नारायणपुर और सुकमा जिले में कुल 38 माओवादियों ने सरेंडर कर दिया। इस दौरान बीजापुर जिले में 1 करोड़ 15 लाख रुपए के 23 इनामी सहित कुल 25 नक्सलियों ने सरेंडर किया। जबकि नारायणपुर में चार महिलाओं समेत कुल 8 नक्सलियों ने सरेंडर किया। इनमें नक्सलियों की टेक्निकल टीम का कमांडर भी शामिल है। अबूझमाड़ में सक्रिय इन नक्सलियों पर कुल 33 लाख रुपए का इनाम घोषित था। इसके अलावा सुकमा जिले में भी 5 नक्सलियों ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया। ये पांचों नक्सली जगरगुंडा और चिंतलनार इलाके में सक्रिय थे। इस तरह कुल 38 नक्सली हिंसा का रास्ता छोड़ मुख्य धारा में लौटे हैं।

बीजापुर में 1.15 करोड़ के इनामी नक्सलियों का सरेंडर
बीजापुर एसपी डॉ. जितेंद्र कुमार यादव ने कहा कि माओवादियों का शीर्ष कैडर टूट रहा है। SZCM ने आत्मसमर्पण किया है। 25 लाख के इनामी SZCM के साथ कुल 1 करोड़ 15 लाख के इनामी 25 नक्सलियों ने सरेंडर किया है। आत्मसमर्पण करने वालों में SZCM-01, DVCM-02, कंपनी PPCM-02, बटालियन और कंपनी पार्टी सदस्य -03, ACM-8, एरिया कमेटी पार्टी सदस्य-02, LOS सदस्य -04, जनताना सरकार अध्यक्ष-01, मिलिशिया कंपनी सदस्य-1 और जनताना सरकार उपाध्यक्ष-1 शामिल है। सभी नक्सलियों पर कुल 1 करोड़ 15 लाख रुपए का इनाम घोषित है।

नारायणपुर में 33 लाख के इनामी नक्सलियों का सरेंडर
नारायणपुर एसपी रॉबिंसन गुडिया ने कहा कि नारायणपुर में 33 लाख के इनामी 8 हार्डकोर माओवादियों ने सरेंडर किया है। इनमें मुख्य रूप से PLGA बटालियन के प्लाटून 1 और प्लाटून 16 के पांच माओवादी शामिल हैं। एक ब्यूरो TD जो मुख्य रूप से हथियार बनाती है उसका कमांडर है। उसके साथ कई माओवादियों ने सरेंडर किया है। आज चार पुरुष और चार महिलाएं हिंसा का रास्ता छोड़कर मुख्यधारा में लौट आए हैं। इन नक्सलियों पर 33 लाख रुपए का इनाम घोषित था।
सुरक्षाबलों के दृढ़ संकल्प का परिणामः IG
बस्तर आईजी सुंदरराज पी ने कहा कि पूरे बस्तर संभाग में प्रतिबंधित और अवैध माओवादी संगठन CPI (Maoist) के विरुद्ध एक सशक्त अभियान जारी है। वर्ष 2025 के शुरुआती छह महीनों में ही 204 माओवादी विभिन्न मुठभेड़ों में मारे गए हैं। वहीं 140 नक्सलियों ने सरेंडर किया हैं। बस्तर पुलिस इस अभियान की गति को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है। मानसून जैसी विषम परिस्थिति में भी यह सफलता सुरक्षा बलों के दृढ़ संकल्प को दर्शाती है। बस्तर में स्थायी शांति, प्रगति और समृद्धि सुनिश्चित की जा रही है। फोर्स के दबाव से माओवादी संगठन में दहशत है।
बता दें कि छत्तीसगढ़ से नक्सलवाद को खत्म करने की डेडलाइन मार्च-2026 तय की गई है। बस्तर को नक्सल मुक्त कराने के सरकार के एलान को धरातल पर कामयाब करने में सुरक्षा बल मॉनसून ऑपरेशन चला रहे हैं। घने जंगलों में फोर्स की आमद होने से नदी-नालों को सुरक्षा कवच मानकर रहने वाले नक्सलियों में भय का वातावरण बना हुआ है। लगातार एनकाउंटर में कई हार्डकोर नक्सली मारे जा चुके हैं। ऐसे में माओवादी संगठनों में भी दहशत है, जिसके चलते नक्सली लगातार सरेंडर कर रहे हैं।