भारत और ब्रिटेन के बीच फ्री ट्रेड समझौता.
भारत-यूके ने गुरुवार को मुक्त व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर किए. इस अवसर पर पीएम मोदी ने कहा कि इससे व्यापार सुगमता में तेजी आएगी, व्यापार लागत कम होगी और व्यापार करने का विश्वास बढ़ेगा. यह समझौता वैश्विक स्थिरता और वैश्विक समृद्धि को बढ़ावा देगा. उन्होंने कहा कि हम अगले दशक में भारत-ब्रिटेन व्यापक रणनीतिक साझेदारी को नई गति और ऊर्जा प्रदान करने के लिए ‘विजन 2035’ पर भी चर्चा करेंगे. इस अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी ने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री को भारत आने का न्योता दिया.
पीएम मोदी ने कहा कि हम इस बात पर भी सहमत हैं कि चरमपंथी विचारधारा वाली ताकतों को लोकतांत्रिक स्वतंत्रता का दुरुपयोग करने की अनुमति नहीं दी जा सकती. हम इस बात पर एकमत हैं कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में दोहरे मानदंडों की कोई जगह नहीं है.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “ब्रिटेन के खाद्य प्रसंस्करण उद्योग में भारत के कृषि उत्पादों को नए अवसर मिलेंगे. यह समझौता साझा समृद्धि का एक खाका है.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यह समझौता भारत के युवाओं, किसानों और एमएसएमई क्षेत्रों के लिए लाभकारी होगा. । प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “आज भारत और ब्रिटेन के संबंधों के लिए ऐतिहासिक दिन है.” कई वर्षों की कड़ी मेहनत के बाद, दोनों देशों के बीच आर्थिक सहयोग साकार हुआ है.
क्रिकेट एक खेल नहीं, बल्कि एक जुनून है: प्रधानमंत्री मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा किहम दोनों के लिए, क्रिकेट एक खेल नहीं, बल्कि एक जुनून है और हमारी साझेदारी का एक बेहतरीन प्रतीक भी है. कभी-कभी स्विंग और कभी-कभी चूक हो सकती है, लेकिन हम सीधे बल्ले से खेलते हैं. हम उच्च-स्रोत और ठोस साझेदारी बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं.
उन्होंने कहा कि ‘आज का युवा विकास चाहता है, विस्तारवाद नहीं.’ प्रधानमंत्री मोदी ने रूस-यूक्रेन युद्ध और मध्य पूर्व में संघर्षों का जिक्र करते हुए कहा, “हम शांति और स्थिरता की शीघ्र बहाली का समर्थन करते हैं.”
आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में दोहरे मापदंड की कोई जगह नहीं
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत को ब्रिटिश प्रधानमंत्री स्टारमर के समर्थन की मैं सराहना करता हूं. आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में दोहरे मापदंड की कोई जगह नहीं है.” प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “जो लोग लोकतांत्रिक स्वतंत्रता का दुरुपयोग करके लोकतंत्र को ही कमजोर करते हैं, उन्हें जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए.”
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि छह ब्रिटिश विश्वविद्यालय भारत में अपने परिसर खोलेंगे. शिक्षा के क्षेत्र में, दोनों देश मिलकर एक नया अध्याय लिख रहे हैं. भारत में छह विश्वविद्यालय अपने परिसर खोलेंगे. पिछले हफ्ते गुरुग्राम में साउथ हैम्पटन विश्वविद्यालय का उद्घाटन किया गया.
‘व्यापार करने में आसानी को गति मिलेगी, व्यापार करने की लागत कम होगी और व्यापार करने का विश्वास बढ़ेगा.
उन्होंने कहा कियह समझौता वैश्विक स्थिरता और वैश्विक समृद्धि को बढ़ावा देगा. कई वर्षों की कड़ी मेहनत के फलस्वरूप दोनों देशों के बीच आर्थिक सहयोग साकार हुआ है.