होम बिज़नेस Reliance Home Finance Share 5 percent price 4 rupees amid rpower and rinfra share crash अनिल अंबानी की कंपनी का यह शेयर बना रॉकेट, लगा 5% का अपर सर्किट, ₹4 पर आया भाव, Business Hindi News

Reliance Home Finance Share 5 percent price 4 rupees amid rpower and rinfra share crash अनिल अंबानी की कंपनी का यह शेयर बना रॉकेट, लगा 5% का अपर सर्किट, ₹4 पर आया भाव, Business Hindi News

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अनिल धीरूभाई अंबानी समूह की कंपनियों और यस बैंक से जुड़े कथित 3,000 करोड़ रुपये के बैंक ऋण धोखाधड़ी के संबंध में ईडी द्वारा छापेमारी की खबर के बाद आज गुरुवार, 24 जुलाई को इंट्राडे ट्रेड में रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर और रिलायंस पावर के शेयरों में 5% से अधिक की गिरावट आई।

Varsha Pathak लाइव हिन्दुस्तानThu, 24 July 2025 03:34 PM

Reliance Home Finance Share: अनिल अंबानी की कंपनी के शेयर आज गुरुवार को कारोबार के दौरान फोकस में रहे। अनिल धीरूभाई अंबानी समूह की कंपनियों और यस बैंक से जुड़े कथित 3,000 करोड़ रुपये के बैंक ऋण धोखाधड़ी के संबंध में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा छापेमारी की खबर के बाद आज गुरुवार, 24 जुलाई को इंट्राडे ट्रेड में रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर और रिलायंस पावर के शेयरों में 5% से अधिक की गिरावट आई। वहीं, समूह की एक अन्य कंपनी में 5% का अपर सर्किट लगा। हम बात कर रहे हैं- रिलायंस होम फाइनेंस के शेयरों की। रिलायंस होम फाइनेंस के शेयर आज कारोबार के दौरान 5% चढ़ गए और 4.79 रुपये के इंट्रा डे हाई पर आ गए। कंपनी के शेयर लंबी अवधि में तगड़ा नुकसान कराया है। 22 सितंबर 2017 में इस शेयर की कीमत 107 रुपये थी।

क्या है मामला

रिपोर्ट के मुताबिक, ईडी ने धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत मुंबई और दिल्ली में 35 से अधिक परिसरों की तलाशी ली जा रही है। ये परिसर 50 कंपनियों और लगभग 25 लोगों से जुड़े हैं। यह कार्रवाई ईडी की दिल्ली स्थित जांच इकाई द्वारा की जा रही है। ईडी सूत्रों ने बताया कि 2017 से 2019 के बीच यस बैंक से लिये लगभग 3,000 करोड़ रुपये के ऋण के गलत इस्तेमाल के आरोपों की जांच की जा रही है।

सूत्रों ने बताया कि जांच में यह सामने आया है कि ऋण दिए जाने से ठीक पहले, यस बैंक के प्रमोटर्स को उनके संस्थानों में धनराशि ‘‘प्राप्त’’ हुई थी जो ‘‘रिश्वत’’ के लेनदेन का संकेत देता है। माना जा रहा है कि ‘रिलायंस होम फाइनेंस लिमिटेड’ (आरएचएफएल) के संबंध में सेबी की एक रिपोर्ट भी ईडी की जांच का आधार बनी। बाजार नियामक के निष्कर्षों के अनुसार, आरएचएफएल द्वारा दिए गए कॉर्पोरेट ऋणों में वृद्धि देखी गई जो वित्त वर्ष 2017-18 में 3,742.60 करोड़ रुपये से बढ़कर वित्त वर्ष 2018-19 में 8,670.80 करोड़ रुपये हो गए।

(भाषा इनपुट के साथ)

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