Chhattisgarh Mausam: छत्तीसगढ़ के मौसम को लेकर बड़ा अपडेट सामने आया है। मौसम विभाग ने प्रदेश के 28 जिलों में बारिश को लेकर ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी किया है
Chhattisgarh Mausam: छत्तीसगढ़ में मानसून ने एक बार फिर रफ्तार पकड़ ली है। बंगाल की खाड़ी में बने सिस्टम के चलते अधिकांश हिस्सों में बारिश की गतिविधियां तेज हो गई है। इधर मौसम विभाग ने प्रदेश के 28 जिलों के लिए ऑरेंज और यलो अलर्ट जारी किया है। इस दौरान बारिश और आकाशीय बिजली गिरने की घटना भी हो सकती है। 26 जुलाई तक छत्तीसगढ़ के कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है। बारिश का मुख्य केंद्र मध्य और दक्षिण छत्तीसगढ़ के जिले हो सकते हैं। इधर आकाशीय बिजली गिरने से दुर्ग जिले के धमधा ब्लॉक के मलपुरी कला गांव में एक महिला की मौत हो गई है।
रायपुर मौसम विज्ञान केंद्र ने प्रदेश के नारायणपुर, कोंडागांव, उत्तर बस्तर कांकेर, धमतरी, बालोद, राजनादंगांव जिले के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। वहीं सुकमा, बीजापुर, दक्षिण बस्तर दंतेवाड़ा, बस्तर, नारायणपुर, कोंडागांव, गरियाबांद, महासमुंद, रायपुर, बलौदाबाजार, जांजगीर-चांपा, रायगढ़, बिलासपुर, कोरबा, गौरेला-पेंड्रा -मरवाही, दुर्ग, बेमेतरा, कबीरधाम, मुंगेली, सुरगुजा, सूरजपुर, कोरिया जिले में ऑरेंज अलर्ट जारी है।
बारिश के साथ आकाशीय बिजली गिरने की घटना भी हो सकती है। वहीं हवा की रफ्तार 30 से 40 KM प्रति घंटे हो सकती है। मौसम विभाग ने यह अलर्ट तीन घंटों के लिए जारी है। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर, दुर्ग-भिलाई, राजनांदगांव सहित कई जिलों में रात को अच्छी बारिश हुई है। रायपुर में आसमान पर काले बादल छाए हुए हैं।
कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना
रायपुर मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक एक चक्रीय चक्रवाती परिसंचरण उत्तर बंगाल की खाड़ी में अगले 24 घंटे में पहुंचने की संभावना है। इसके प्रभाव से अगले 48 घंटे में कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है। मानसून द्रोणिका माध्य समुद्र तल पर श्रीगंगानगर, रोहतक, लखनऊ, वाराणसी, डाल्टनगंज, जमशेदपुर, कॉटई और उसके बाद पूर्व की ओर उत्तर पूर्व बंगाल की खाड़ी तक स्थित है। एक ऊपरी हवा का चक्रीय चक्रवाती परिसंचरण तटीय आंध्र प्रदेश और उसके आसपास स्थित है तथा यह 5.8 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है।
एक पूर्व पश्चिम द्रोणिका उत्तर अंदरूनी कर्नाटक से तटीय आंध्र प्रदेश के मध्य भाग तक 5.8 किलोमीटर ऊंचाई पर स्थित है। एक ऊपरी हवा का चक्रीय चक्रवाती परिसंचरण दक्षिण छत्तीसगढ़ और उसके आसपास 1.5 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है। एक ऊपरी हवा का चक्रीय चक्रवाती परिसंचरण उत्तर पूर्व झारखंड और उसके आसपास 1.5 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है।