जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल और तमाम विषयों पर अपने मुखर और सरकार विरोधी बयानों की वजह से सुर्खियों में रहने वाले सत्यपाल मलिक पिछले तीन महीने से अस्पताल में भर्ती हैं।
जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल और तमाम विषयों पर अपने मुखर और सरकार विरोधी बयानों की वजह से सुर्खियों में रहने वाले सत्यपाल मलिक पिछले तीन महीने से अस्पताल में भर्ती हैं। अब उनकी तबीयत को लेकर एक सकारात्मक सूचना सामने आई है। पूर्व राज्यपाल की तबीयत में सुधार हो रहा है और उनकी हालत पहले से काफी बेहतर है। हालांकि, वह अब भी आईसीयू वार्ड में ही हैं।
लाइव हिन्दुस्तान को मलिक के सहायक केएस राणा ने फोन पर बताया कि वह दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती हैं। पहले उन्हें किडनी में दिक्कत थी और फिर फेफड़े में सक्रमण ने परेशान किया। लेकिन अब उनकी हालत में सुधार हो रहा है। इलाज का असर हो रहा है और वह बेहतर हुए हैं।
हालांकि, अब भी उन्हें अधिकतर समय ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा जा रहा है। कुछ महीनों पहले तक तमाम विषयों खासकर केंद्र सरकार की नीतियों पर मुखरता से अपनी राय रखने वाले सत्यपाल मलिक को लेकर राणा ने बताया कि वह देश-दुनिया के समाचारों से अनभिज्ञ हैं।
7 जून को मलिक ने एक्स पर बताया था कि वह एक महीने से अस्पताल में भर्ती हैं और किडनी की समस्या से जूझ रहे हैं। उन्हें मई की शुरुआत में ही अस्पताल में भर्ती कराया गया था। 22 मई को खबर आई थी कि सीबीआई ने किरू जलविद्युत परियोजना में 2,200 करोड़ रुपये के सिविल कार्यों के ठेके में कथित भ्रष्टाचार के सिलसिले में सत्यपाल मलिक और सात अन्य लोगों के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया है।
एजेंसी ने तीन साल की जांच के बाद मलिक और उनके दो सहयोगियों वीरेंद्र राणा और कंवर सिंह राणा को आरोपी बनाते हुए विशेष अदालत के समक्ष आरोप पत्र दाखिल किया। मलिक 23 अगस्त, 2018 से 30 अक्टूबर, 2019 तक जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल रहे थे।