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दुनिया के लिए रॉकेट, असल में मिसाइल! ईरान ने फिर कर दिखाया बड़ा कारनामा

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ईरान डिफेंस मिनिस्ट्री की ओर से जारी रॉकेट प्रक्षेपण की पुरानी तस्वीर.

ईरान धीरे-धीरे पटरी पर लौट रहा है. इजराइल और अमेरिका की धमकी के बीच वह न सिर्फ इन देशों को जवाब दे रहा है, बल्कि स्पेस रिसर्च में भी आगे बढ़ रहा है. हाल ही में उसने एक उपग्रह प्रक्षेपण रॉकेट कासेद का सफलतम परीक्षण किया है. इजराइल के 12 दिवसीय सैन्य हमलो के बाद ईरान का यह पहला बड़ा और सफल परीक्षण है. जानकारों का ये भी मानना है कि यह दुनिया के लिए रॉकेट है, लेकिन असल में इसकी तकनीक बैलेस्टिक मिसाइल पर आधारित है जो ईरान के लिए बड़ी ताकत बन सकती है.

ईरान के मिसाइल कार्यक्रम की कड़ी निगरानी और मिडिल ईस्ट में उभरी अस्थिरता के बीच यह रॉकेट परीक्षण ईरान का बड़़ा कारनामा माना जा रही है. ईरान की सरकारी समाचार एजेंसी मेहर के मुताबिक यह प्रक्षेपण नई तकनीकों का आकलन करने और उपग्रह प्रणालियों के प्रदर्शन केा बेहतर बनाने में काम आएगा.

मिसाइल में बदल सकता है रॉकेट

ईरान ने जिस रॉकेट का परीक्षण किया है यह ठोस और तरल ईंधन का संयोजन इस्तेमाल होता है, जो इसे भविष्य में ICBM यानी इंटर कॉन्टिनेंटन बैलेस्टिक मिसाइल में बदलने के योग्य बनाते हैं. ये दावा इंस्टीट्यूट फॉर स्टडी ऑफ वॉर की की एक रिपोर्ट में किया गया है. ब्रेकिंग डिफेंस की एक रिपोर्ट में भी इसी तरह की बात कही गई है, जिसमें कहा गया है कि कासेद जैसे स्पेस लॉन्च वाहनों से ICBM का विकास झटपट हो सकता है. इसके अलावा यह ईरान की नई टेक्नोलॉजी का भी परीक्षण है, जिससे भविष्य में इन्हें उपग्रह प्रक्षेपण या रॉकेट प्रणाली में लागू किया जा सकता है. ये टेक्नोलॉजी ही मिसाइल कंट्रोल, गाइडेंस में बेहतरी लाएगा. इससे पहले जब इस तरह के प्रक्षेपण हुए हैं तो पश्चिमी देशों की तरफ से उनकी तीखी आलोचना की गई है. अमेरिकन रिपब्लिकन सीनेटर टॉम कॉटन ने ईरान के इस प्रक्षेपण को भ्रामक बताया.

तेहरान को कोई फर्क नहीं पड़ता

तेहरान के साथ तनाव के बाद ईरान के मिसाइल कार्यक्रम पर लगातार नजर रखी जा रही थी, ऐसे में एक बड़े संघर्ष के बाद तेहरान ने तुरंत रॉकेट का प्रक्षेपण कर तनावपूर्ण माहौल में एक नया मोड़ ला दिया है. पहले ही कुछ पश्चिमी देशों की सरकारें ईरान के अंतरिक्ष कार्यक्रम को बैलिस्टिक मिसाइलों की प्रगति से जोड़ चुकी हैं. ऐसा भी हो सकता है कि इस परीक्षण को परमाणु कार्यक्रम से संबंधित चल रही कूटनीतिक चर्चाओं में शामिल कर लिया जाए.

एक हाइब्रिड रॉकेट है कासेद

ईरान का कासेद रॉकेट एक हाइब्रिड ईंधन वाला उपग्रह रॉकेट है, इसका पहला प्रक्षेपण 2020 में हुआ था, जब इसने सैन्य उपग्रह को सफलतापूर्वक मंजलि तक पहुंचाया था. हाल ही में जो परीक्षण हुआ है, उसमें किसी उपग्रह को लॉन्च नहीं किया गया, बल्कि डिजाइन में सुधारों को प्रमाणित किया गया है. ईरान की समाचार एजेंसी इरना के मुताबिक इस परीक्षण का उद्देश्य नई तकनीकों का परीक्षण ताकि देश की अंतरिक्ष क्षमताओं को और बेहतर बनाया जा सके.

ट्रंप ने दी है हमलों की चेतावनी

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर ईरान के परमाणु स्थलों पर जरूरत पड़ने पर हमला करने की बात कही है. ट्रंप ने कहा है कि तेहरान को अपने यूरेनियम संवर्धन कार्यक्रम को छोड़ना होगा. ट्रंप ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में ईरान के विदेश मंत्री का टिप्पणियों पर लिखा है कि वो बता रहे हैं कि अमेरिकी हमलों ने ईरान के प्रमुख यूरेनियम संवर्धनों को नष्ट कर दिया है, तो मैं कहता हूं कि हां मैंने ऐसा किया है और जरूरत पड़ने पर फिर वैसा ही करेंगे.

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