कटारिया ने अपनी शिकायत में आगे कहा कि काजल जोशी ने उन्हें 3 करोड़ रुपए के बदले छत्तीसगढ़ खनिज विकास निगम का अध्यक्ष नियुक्त कराने में मदद देने की पेशकश की थी। मैंने उनसे कहा कि मैं इतनी बड़ी रकम तुरंत नहीं जुटा सकता, लेकिन मैं 20 लाख रुपए दे सकता हूं।
छत्तीसगढ़ के कोंडागांव से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है, यहां पर एक भाजपा नेता को निगम-मंडल में बड़ा पद दिलाने का लालच देकर एक महिला ने उनसे 41.3 लाख रुपए की ठगी कर दी। महिला ने खुद को दिल्ली में भाजपा व आरएसएस का पदाधिकारी बताते हुए उनसे संपर्क किया था और उन्हें छत्तीसगढ़ राज्य खनिज विकास निगम में शीर्ष पद दिलाने का वादा किया था। बदले में उसने भाजपा नेता से 3 करोड़ रुपए मांगे थे। शख्स के साथ हुई इस ठगी का खुलासा तब हुआ, जब निगम-मंडलों हुई नियुक्तियों में उसका नाम नहीं निकला और महिला ने उसका फोन उठाना भी बंद कर दिया। नेताजी को अपनी ही पार्टी की सरकार पर भरोसा नहीं था, जिसके चलते उन्हें लगा कि पैसा देने से वह खनिज विकास निगम के अध्यक्ष बन जाएंगे। सबसे खास बात तो यह है कि जिस महिला ने उनके साथ यह धोखाधड़ी की उसका भाजपा से दूर-दूर तक कोई नाता ही नहीं मिला।
मामले की जानकारी देते हुए बुधवार को पुलिस ने बताया कि ठगी की यह वारदात भाजपा की कोंडागांव जिला इकाई के कोर ग्रुप के सदस्य संतोष कटारिया (64) के साथ हुई। पुलिस के अनुसार संतोष कटारिया (64) ने इस मामले में केशकाल पुलिस स्टेशन में काजल जोशी उर्फ कोमल इंगुले और राजीव सोनी के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया है। प्राथमिकी के अनुसार, रायपुर निवासी सोनी ने ही उनका परिचय काजल जोशी से कराया था।
महिला ने कहा था- मेरे कई मंत्रियों से अच्छे संबंध
20 जुलाई को पुलिस में दर्ज कराई अपनी शिकायत में कटारिया ने बताया कि खुद को नागपुर और दिल्ली का निवासी बताने वाली काजल जोशी ने पिछले साल 12 अगस्त को उनसे मोबाइल फोन पर संपर्क किया था और भाजपा व आरएसएस का पदाधिकारी होने का दावा किया था। कटारिया को झांसे में लेने के लिए जोशी ने यह भी दावा किया था कि उसके कई केंद्रीय मंत्रियों और छत्तीसगढ़ सरकार के मंत्रियों से अच्छे संपर्क हैं।
खनिज विकास निगम का अध्यक्ष बनाने मांगे 3 करोड़
कटारिया ने अपनी शिकायत में आगे कहा कि काजल जोशी ने उन्हें 3 करोड़ रुपए के बदले छत्तीसगढ़ खनिज विकास निगम का अध्यक्ष नियुक्त कराने में मदद देने की पेशकश की थी। हालांकि मैंने उनसे कहा कि मैं इतनी बड़ी रकम तुरंत नहीं जुटा सकता, लेकिन मैं 20 लाख रुपए दे सकता हूं। इसके बाद तीन किश्तों में मैंने उन्हें 41.3 लाख रुपए का भुगतान किया।
कटारिया ने तीन किश्तों में दिए 41.3 लाख रुपए
इसमें से पहली किश्त के रूप में 20 अगस्त, 2024 को मैंने दिल्ली में काजल जोशी को 20 लाख रुपए नकद दिए। इसके बाद 19 सितंबर को उसके द्वारा दिए गए क्यूआर कोड का इस्तेमाल करके मैंने वॉट्सएप के जरिए 1.3 लाख रुपए ट्रांसफर किए। अक्टूबर 2024 में, मैंने रायपुर के एक होटल में जोशी और सोनी को 20 लाख रुपए नकद दिए।’
कटारिया ने पुलिस को बताया कि जब छत्तीसगढ़ के निगमों और बोर्डों के नियुक्ति आदेश में उनका नाम नहीं था, तो उन्होंने जोशी से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन महिला ने उनका फोन उठाना बंद कर दिया। अपनी शिकायत में, कटारिया ने कहा कि इसके बाद उन्होंने भाजपा में अपने दोस्तों से संपर्क किया और पता चला कि काजल जोशी नाम की कोई पार्टी कार्यकर्ता या नेता है ही नहीं।
अधिकारी ने बताया कि आरोपियों पर भारतीय न्याय संहिता की धारा 318(4)(धोखाधड़ी) और धारा 3(5) (साझा इरादा) के तहत मामला दर्ज किया गया है और आगे की जांच जारी है। कटारिया इससे पहले अविभाजित मध्य प्रदेश में भाजपा की उत्तर बस्तर जिला इकाई के अध्यक्ष भी रह चुके थे।