बांग्लादेश विमान हादसा
बांग्लादेश में हाल ही में हुए प्लेन हादसे ने सभी को दहला कर रख दिया. इस हादसे में 31 लोगों की मौत हुई है. इसके अलावा 170 से ज्यादा लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं. हादसे के बाद शवों की पहचान करने में पसीने छूट रहे हैं. घटना को दो दिन हो चुके हैं, इसके बाद भी केवल एक ही परिवार ने अब तक डीएनए सैंपल दिया है. यही कारण है कि शवों की पहचान में दिक्कत आ रही है.
स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया है कि परिजनों के DNA नमूने मिलने पर DNA मिलान के माध्यम से जल्द ही उनकी पहचान की जा सकती है. शवों से DNA नमूने एकत्रित कर लिए गए हैं और सीआईडी प्रयोगशाला में जल्द ही DNA प्रोफाइलिंग की जाएगी. मंत्रालय ने जनता से सहयोग करने और नमूने देने की अपील की है ताकि पहचान प्रक्रिया में तेजी लाई जा सके.
6 शवों की पहचान बाकी सरकार ने की अपील
ढाका के उत्तरा में हुए हादसे के बाद अब तक लोगों ने DNA सैंपल नहीं दिए हैं. अब इसको लेकर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के मुख्य सलाहकार के सईदुर रहमान ने कहा, “अगर लापता लोगों के रिश्तेदारों के नमूने प्राप्त कर लिए जाएं, तो डीएनए मिलान के जरिए उनकी पहचान जल्द से जल्द सुनिश्चित की जा सकती है.”
स्वास्थ्य मंत्रालय के विशेषज्ञों की निगरानी में, शवों से डीएनए विश्लेषण (प्रोफाइलिंग) के लिए नमूने पहले ही एकत्र किए जा चुके हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, डीएनए प्रोफाइलिंग जल्द ही सीआईडी प्रयोगशाला में की जाएगी.
सरकार ने अनुरोध किया कि जिन लोगों के बच्चों या रिश्तेदारों के नाम घायलों और मृतकों की सूची में नहीं हैं, वे डीएनए टेस्ट के लिए सैंपल दें. इसके लिए मालीबाग स्थित सीआईडी मुख्यालय जाएं. अब तक केवल एक ही परिवार नमूना जमा करने के लिए आगे आया है. मंत्रालय ने पहचान प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए जनता से सहयोग का आह्वान किया है.
हादसे में 31 लोगों की मौत
बांग्लादेश में सोमवार 21 जुलाई को बांग्लादेश की एयरफोर्स का एक ट्रेनर फाइटर जेट ढाका में स्थित माइलस्टोन स्कूल एंड कॉलेज की इमारत से टकराकर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था. जिस समय ये हादसा हुआ उस दौरान स्कूल में क्लासेस चल रही थीं. यही कारण हे कि मरने वालों में ज्यादातर बच्चे शामिल हैं. अब तक 31 इस घटना में लोगों की मौत इस घटना में हो चुकी है. इनमें 25 बच्चे शामिल हैं. इसके अलावा 170 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं. डॉक्टरों का मानना है कि आगे मौत का आंकड़ा और बढ़ सकता है.