52 वर्षीय जहांगीर जेह वाडिया चार साल के ब्रेक के बाद फैमिली बिजनेस में लौटे हैं। उनका फोकस बॉम्बे डाइंग को टेक्सटाइल ब्रांड से रियल एस्टेट कंपनी में बदलने और नए व्यवसायों को खोजने पर है। इस खबर के बाद बॉम्बे डाइंग के शेयरों में शुरुआती कारोबार में ही 7 पर्सेंट से अधिक की उछाल है।
52 वर्षीय जहांगीर ‘जेह’ वाडिया चार साल के ब्रेक के बाद फैमिली बिजनेस में लौटे हैं। उनका फोकस बॉम्बे डाइंग को टेक्सटाइल ब्रांड से रियल एस्टेट कंपनी में बदलने और नए व्यवसायों को खोजने पर है। भाई नेस वाडिया (54) और पिता नुस्ली वाडिया (81) के साथ मिलकर वे समूह की संपत्ति को ‘बॉम्बे रियल्टी’ ब्रांड के तहत संस्थागत बनाने की योजना बना रहे हैं। इस खबर के बाद बॉम्बे डाइंग के शेयरों में शुरुआती कारोबार में ही 7 पर्सेंट से अधिक की उछाल है। आज 168 रुपये पर खुलकर 177 रुपये पर पहुंच गए।
द इकनॉमिक टाइम्स के मुताबिक जेह वाडिया ने कहा, “मेरी भूमिका शेयरधारकों के लिए संपत्ति बनाने, कॉर्पोरेट प्रशासन को मजबूत करने और स्पष्ट दृष्टि देना है।”
व्यापारिक रणनीति
संपत्ति का सदुपयोग: पहले समूह की जमीनों (वर्ली, सिवरी) को विकसित किया जाएगा, फिर तीसरे पक्ष के साथ जॉइंट वेंचर शुरू होंगे।
विश्वसनीयता पर जोर: जेह बोले, “बिल्डर्स और खरीदारों के बीच विश्वास की कमी है। हमारा ब्रांड ईमानदारी के लिए जाना जाता है।”
मुंबई से विस्तार: आईसीसी प्रोजेक्ट के तहत रेजिडेंशियल और कमर्शियल प्रॉपर्टी लॉन्च की जाएंगी।
हालिया डील: सितंबर 2024 में वर्ली की 22 एकड़ जमीन जापान की सुमितोमो रियल्टी को ₹5,200 करोड़ में बेची गई।
वाडिया समूह का इतिहास
288 साल पुराना लेगेसी: 4 लिस्टेड कंपनियां (ब्रिटानिया, बॉम्बे डाइंग, नेशनल पेरोक्साइड, बॉम्बे बर्मा) जिनका कुल बाजार पूंजीकरण ₹1.38 लाख करोड़ है।
परोपकारी योगदान: 1908-1956 के बीच मुंबई में पारसी समुदाय के लिए 5 हाउसिंग सोसाइटी और 2 अस्पताल बनाए।
लैंडमार्क प्रोजेक्ट्स: एनएसई बिल्डिंग, एक्सिस बैंक हेडक्वार्टर, ट्विन टावर्स जैसे प्रोजेक्ट्स डेवलप किए।
गो फर्स्ट की विफलता का दर्द
2023 में एयरलाइन के दिवालिया होने को जेह “जीवन का सबसे कठिन फैसला” बताते हैं। प्रैट एंड व्हिटनी इंजन खराबी के कारण 50% विमान जमीन पर रहे, लागत बढ़ी।जेह ने कहा, “सबसे बड़ा झटका ग्राहकों का विश्वास खोना था। हम समय पर उड़ानों के लिए जाने जाते थे। कानूनी लड़ाई जारी है, मुआवजे की उम्मीद है।”
लंदन से वापसी की कहानी
कोविड के दौरान परिवार के साथ लंदन शिफ्ट हुए, व्यवसाय छोड़ा। पिता नुस्ली वाडिया के समझाने पर वापसी की, अब समूह को रणनीतिक मार्गदर्शन देंगे।
जेह ने बताया, “आज डिजिटल टूल्स से रिमोट मैनेजमेंट आसान है। हम डेटा पर आधारित संगठन बन गए हैं। मुझे CEO की टाइटल नहीं चाहिए। मैं एक पेशेवर निवेशक की तरह काम करुंगा।”
आगे का रास्ता: बॉम्बे डाइंग के MD पद की जिम्मेदारी संभालने की उम्मीद, जबकि भाई नेस बॉम्बे बर्मा और नेशनल पेरोक्साइड की कमान संभालेंगे।