रिपोर्ट में ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी के अंतिम संस्कार में शामिल होने के दौरान जगदीप धनखड़ की तेहरान यात्रा का जिक्र है। इसमें कहा गया है कि धनखड़ ने उन्हें मिले होटल के कमरे पर आपत्ति जाहिर की थी। धनखड़ का मानना था कि ईरान में भारतीय दूतावास को उनके कद के हिसाब से कमरा देना था।
जगदीप धनखड़ उपराष्ट्रपति पद छोड़ चुके हैं। सोमवार को हुए घटनाक्रम के बाद उनके इस्तीफे की वजह और कार्यकाल पर चर्चाओं का दौर जारी है। अब कहा जा रहा है कि प्रोटोकॉल पसंद रहे धनखड़ को इस आदत के चलते ही कई बार विदेश यात्राओं के दौरान अधिकारियों से मतभेद का सामना करना पड़ा। खबरें हैं कि कई बार धनखड़ की वजह से यह भी कहा गया कि विदेश यात्राओं के दौरान वह राष्ट्रपति के बराबर प्रोटोकॉल की उम्मीद करते हैं।
इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, जिस प्रोटोकॉल को वह सही मानते थे, उस पर जोर देने के कारण कई बार अधिकारियों से असहमति भी हुई। सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि होटल के कमरों से लेकर विमान त धनखड़ को कथित तौर पर यह लगा कि उन्हें उनके कद के हिसाब से सम्मान नहीं दिया जा रहा है।
रिपोर्ट में ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी के अंतिम संस्कार में शामिल होने के दौरान उनकी तेहरान यात्रा का जिक्र है। इसमें कहा गया है कि धनखड़ ने उन्हें मिले होटल के कमरे पर आपत्ति जाहिर की थी। धनखड़ का मानना था कि ईरान में भारतीय दूतावास को उनके कद के हिसाब से कमरा देना था। खास बात है कि मिशन ने यह साफ कर दिया था कि रहने की व्यवस्था मेजबान सरकार की ओर से की गई हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, उस यात्रा के दौरान ही धनखड़ ने विमान पर आपत्ति दर्ज कराई थी। उनका कहना था कि उपराष्ट्रपति के लिए बड़ा विमान ज्यादा उचित होता। कई बार धनखड़ ने यह बताया है कि उन्हें विदेश यात्रा के दौरान राष्ट्रपति जैसे प्रोटोकॉल की अपेक्षा है। सूत्रों ने अखबार को बताया कि उन्हें बताया गया है कि छोटे देशों के राष्ट्रपति भी प्रोटोकॉल के मामले में भारत के उपराष्ट्रपति से आगे होते हैं।
फोटो पर नाराज
रिपोर्ट के मुताबिक, हाल ही में हुए एक कार्यक्रम के अनुसार, धनखड़ ने कहा था, ‘आपने राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के फोटो जरूरत देखे होंगे, लेकिन उपराष्ट्रपति का नहीं। मैं जब दफ्तर छोड़ूंगा तो यह सुनिश्चित करूंगा कि मेरे उत्तराधिकारी के पास फोटो हो।’