ग्रूमिंग गैंग की शिकार बच्ची की आपबीती.
12 साल की उम्र में 50 साल से ज्यादा उम्र के व्यक्ति ने रेप किया. यह सिलिसला यहीं नहीं रुका उस नादान बच्ची को ड्रग्स और ब्लैकमैलिंग के जाल में फंसाकर उसके साथ छह साल तक दरिंदगी की गई. 60 से ज्यादा पुरुषों ने उसे शिकार बनाया. उसे वेश्या बताया गया, देखभाल गृह में रखा गया, जहां खिड़की से हर रात उसके कमरे में उम्रदराज पुरुष आते और उस बच्ची के साथ रेप करते, पुलिस जानती थी, मगर कुछ नहीं करती थी. रेप करने वाले वही पाकिस्तानी-बांग्लादेशी और कुर्द उम्रदराज पुरुष थे.
ये आपबीती सुनाई मैनचेस्टर की उस बच्ची ने जिसे ग्रूमिंग गैंग ने अपना शिकार बनाया. अब वह 28 साल की हो चुकी है. मगर उन छह सालों को याद करके आज भी उसकी रूह कांप जाती है. बच्ची और उसकी मां ने यह कहानी द सन के साथ अपने नाम के साथ शेयर की है. जिसकी शुरुआत होती है ओल्डहैम से, यह मैनचेस्टर शहर का एक कस्बा है. यहां एक स्कूल में बच्ची ने दाखिला लिया. यहां उसकी एक दोस्त बनीं जिसने उसकी देखभाल का वादा किया और एक उम्रदराज एशियाई पुरुष से मिलवाया. उस पुरुष ने पहले उसे गिफ्ट दिए और उसके बाद उसे सिगरेट, शराब की लत लगाने लगा. बच्ची की मां के मुताबिक उसे उसकी सहेली पर शक हुआ, मगर उसने कहा कि चिंता मत करिए मैं देखभाल करूंगी.
ग्रूमिंग गैंग का शिकार ऐसे बनी बच्ची
बच्ची की मां के मुताबिक मैंने उस समय नहीं सोचा मगर अब मुझे लगता है कि उस लड़की को शिकार ढूंढने के लिए ही लगाया गया था. मेरी बच्ची से मुलाकात के कुछ दिनों बात ही उस एशियाई उम्रदराज पुरुष ने उसका रेप किया. इसके बाद उसे मोबाइल खरीद कर दिया और कहा कि इसे छिपाकर रखना. बच्ची ने बताया कि जब तक मैं उस पुरुष की चालाकी समझ पाती तब तक मैं उस दलदल में फंस गई. वह हर दिन मेरे साथ दरिंदगी करने लगा. बच्ची की मां के मुताबिक वह हर दिन स्कूल से लापता हो जाती और अगले दिन सुबह घर लौटती. कई बार तो मैंने उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई. पुलिस मेरे घर आती, मगर कुछ नहीं करती. उस समय मैं एक छोटे बच्चे की मां थी, मैं बाहर नहीं जा सकती थी इसलिए मैं पुलिस पर ही निर्भर थी. मैंने बहुत कोशिश की, पुलिस वालों से भीख मांगी, मगर उन्होंने कुछ नहीं किया. वह नशे में लौटती, मैंने उसके घर से बाहर जाने पर पाबंदी लगाई, मगर उसे स्कूल जाने से नहीं रोक सकती थी.
ग्रूमिंग गैंग के बारे में नहीं जानती थी मैं
बच्ची की मां के मुताबिक उस समय तक वह ग्रूमिंग गैंग के बारे में नहीं जानती थी. मैंने उससे बात की, मुझे पता चला कि उसके साथ रेप हुआ है, मैं फिर पुलिस के साथ गई. सोशल सर्विस की मदद ली, मगर सब बेकार था. बेटी को जो फोन दिया गया था उस पर एशियाई पुरुषों के फोन आने लगे जो उसके साथ संबंध बनाना चाहते थे. अचानक एक दिन सब बिखर गया जब पुलिस ने बच्ची को एक अवैध अप्रवासी के साथ पाया, जिसने उसके साथ रेप किया था. पुलिस ने मेरी बच्ची को हथकड़ी लगा दी और उसे वेश्या घोषित कर दिया. उसे सुधार गृह भेज दिया गया, जहां वह 6 साल तक रही.
6 साल तक लगातार हुआ रेप
एक न्यायाधीश ने बच्ची को सुधार गृह में रखने का आदेश दिया, जहां ग्रूमिंग गैंग ने उसके साथ 6 साल तक लगातार दरिंदगी की. बच्ची को बताया गया कि अब वह घर नहीं जा सकती. बाहर ही ग्रूमिंग गैंग के सदस्यों का आतंक था. वह पहले ही वहां रहकर खुद को अकेला महसूस कर रही थी, ऊपर से उसके कमरे में खिड़की से ग्रूमिंग गैंग के सदस्य जाते और उसके साथ रेप करते थे, उसे चुप रहने के लिए धमकी दी जाती थी. मैंने चार रेपिस्ट के खिलाफ मामला भी दर्ज कराया, मगर पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की. उनका आरोप है कि पुलिस ये सब जानती थी, मगर कुछ नहीं करती थी. उनके खिलाफ कुछ साक्ष्य भी थे, जो मैंने बाद में शेरवुड कमेटी को दिए जो ओल्डहैम में ऐतिहासिक बाल यौन शोषण के मामलों की जांच कर रहे थे, मगर किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई.