भारतीय सेना की ताकत में एक बड़ा इजाफा हुआ है. अमेरिका से 3 AH-64E अपाचे अटैक हेलिकॉप्टरों की पहली खेप हिंडन एयरबेस पर पहुंच चुकी है. इन्हें ‘उड़ता टैंक’ कहा जाता है, जो हेलफायर और स्टिंगर मिसाइलों से लैस है और 1 मिनट में 625 राउंड फायर कर सकता है.
ये दुनिया के सबसे एडवांस मल्टी कॉम्बैट हेलिकॉप्टर है. ये हेलिकॉप्टर जल्द ही पाकिस्तान बॉर्डर के पास जोधपुर में तैनात किए जाएंगे, जिससे पाकिस्तान की चिंता बढ़ गई है. अपाचे के पास हेलफायर मिसाइल्स से टैंकों और बंकरों को ध्वस्त करने की क्षमता. जिसका मतलब है कि दुश्मन अब बंकरों में भी सुरक्षित नहीं होगा.
#Apache for Indian Army
Milestone moment for Indian Army as the first batch of Apache helicopters for Army Aviation arrive today in India.
These state-of-the-art platforms will bolster the operational capabilities of the #IndianArmy significantly.#YearofTechAbsorption pic.twitter.com/phtlQ4SWc8
— ADG PI – INDIAN ARMY (@adgpi) July 22, 2025
क्यों है अपाचे खास?
साथ ही ये हेलिकॉप्टर दुश्मन के विमानों को मार गिराने में सक्षम है और इसमें नाइट विजन सिस्टम है, जो इसे रात में भी सटीक हमला करने की क्षमता प्रदान करता है. अपाचे हेलिकॉप्टर में थर्मल इमेजिंग तकनीक लगी है. जो छिपे हुए दुश्मन की भी तस्वीरे ले सकता है. साथ ही ये 3.5 घंटे तक एक बार में उड़ान भर सकता है. जो इसको लंबी दूरी तक ऑपरेशन करने वाला बनाता है.
पाकिस्तान की बढ़ गई घबराहट
भारत जल्द इस हेलीकॉप्टर को पाक सीमा पर तैनात करेगा. अपाचे की डिलीवरी के तुरंत बाद पाकिस्तान ने चीन से मिले Z-10ME अटैक हेलिकॉप्टरों को सीमा पर तैनात करना शुरू कर दिया. हालांकि, रक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि चीन का Z-10ME अपाचे के मुकाबले में कमजोर है, लेकिन ये पाकिस्तान के डर को साफ दिखा रहा है.
भारत-अमेरिका रक्षा सहयोग
अपाचे हेलिकॉप्टरों की डिलीवरी भारत और अमेरिका के बीच 60 करोड़ डॉलर के डिफेंस डील का हिस्सा है. नवंबर 2025 तक भारतीय सेना को कुल 6 अपाचे हेलीकॉप्टर मिलेंगे. इससे पहले, भारतीय वायुसेना ने 22 अपाचे हेलिकॉप्टरों का बेड़ा तैयार कर लिया है, जो पठानकोट और जोरहाट में तैनात हैं.
अपाचे की तैनाती से भारत-पाक सीमा पर सुरक्षा मजबूत होगी. यह हेलिकॉप्टर न सिर्फ युद्ध, बल्कि टोही और आतंकवाद-रोधी अभियानों में भी कारगर साबित होगा. सेना ने इसे ‘ऐतिहासिक पल’ बताते हुए कहा है कि इससे ऑपरेशनल क्षमता में भारी इजाफा होगा.