होम विदेश चीन जो भी माने…. ट्रंप से मार्कोस के मिलते ही ताइवान को मिली ताकत

चीन जो भी माने…. ट्रंप से मार्कोस के मिलते ही ताइवान को मिली ताकत

द्वारा

डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को व्हाइट हाउस में फिलीपींस के राष्ट्रपति फर्डिनेंड मार्कोस जूनियर से मुलाकात की.

ताइवान के राष्ट्रपति फर्डिनेंड मार्कोस जूनियर ने मंगलवार को राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात की. ओवल ऑफिस में हुई बातचीत में ट्रंप ने हर परिस्थिति में ताइवान का साथ देने का वादा किया, हालांकि ट्रंप ने ये भी कहा कि अगर चीन और ताइवान में सब सामान्य हो जाए तो कोई बड़ी बात नहीं, इधर ट्रंप से मुलाकात के बाद ताइवान को नई ताकत मिल गई है.

मार्कोस ने कहा कि चीन जो भी माने, मगर फिलीपींस में अमेरिकी मिसाइल प्रणाली की मौजूदगी हमारी जरूरत है, ये फिलीपींस की सेना का आधुनिकीकरण है, ताकि वह दक्षिण चीन सागर में हर परिस्थिति की प्रतिक्रिया दे सके. सैन्य खर्च को देखते हुए हम ऐसा नहीं चाहते कि इसकी जरूरत पड़े, मगर ये समय की जरूरत है. मार्कोस ने बताया कि अमेरिका लगातार फिलीपींस की सहायता कर रहा है. यह गठबंधन जारी रहेगा. व्हाइट हाउस में पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि अमेरिका के अलावा हमने जापान, जर्मनी और न्यूजीलैंड के साथ रक्षा सौदे किए हैं, कनाडा और फ्रांस के साथ भी बातचीत चल रही है.

ट्रंप ने किया मार्कोस का स्वागत

इससे पहले डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को व्हाइट हाउस में फिलीपींस के राष्ट्रपति फर्डिनेंड मार्कोस जूनियर का स्वागत किया , उन्होंने भारत-प्रशांत क्षेत्र में बदलती भू राजनीति पर चर्चा की. इससे पहले मार्कोस ने सोमवार को विदेश मंत्री मार्को रुबियो और रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ से मुलाकात की थी. ओवल ऑफिस में मार्कोस से बातचीत के बाद ट्रंप ने कहा कि हम युद्ध और शांति के लिए बातचीत कर रहे हैं. हम एक बड़े व्यापार समझौते को पूरा करने के बहुत करीब हैं. उन्होंने कहा कि यह एक ऐसा महत्वपूर्ण संबंध है जो सबसे महत्वपूर्ण है.

अमेरिका के साथ संबंध पर चीन क्या सोचता है?

मार्कोस से जब इस बारे में सवाल पूछा गया कि अमेरिका और ताइवान के संबंधों के बारे में चीन क्या सोचता है, इस पर उन्होंने कहा कि कौन क्या सोचता है इससे फर्क नहीं पड़ता, हमारी विदेश नीति स्वतंत्र है, हमारा सबसे मजबूत साझेदार अमेरिका है. बता दें कि मार्कोस की तीन दिवसीय यात्रा ऐसे समय में की गई जो संधि साझेदारों के बीच गठबंधन के महत्व को दर्शाती है.

अमेरिका-ताइवान संबंधों पर भड़का चीन

फिलीपींस और अमेरिका के संबंधों के बारे में चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गुओ जियाकुन का बयान आया है. जियाकुल ने कहा है कि अमेरिका और फिलीपींस के बीच जो भी सहयोग है, उससे किसी तीसरे पक्ष को निशाना नहीं बनाया जाना चाहिए. न ही उसे नुकसान पहुंचाना चाहिए. क्षेत्र में टकराव को भड़काने और तनाव बढ़ाने की बात छोड़ दीजिए.

आपको यह भी पसंद आ सकता हैं

एक टिप्पणी छोड़ें

संस्कृति, राजनीति और गाँवो की

सच्ची आवाज़

© कॉपीराइट 2025 – सभी अधिकार सुरक्षित। डिजाइन और मगध संदेश द्वारा विकसित किया गया