मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) के शेयरों में एक बार फिर गिरावट देखी गई। इस महीने की शुरुआत में 9 जुलाई को अपने एक साल के उच्चतम स्तर 1,551 रुपये से करीब 9 प्रतिशत की गिरावट को दिखाता है।
Reliance share target price: मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) के शेयरों में एक बार फिर गिरावट देखी गई। सप्ताह के दूसरे कारोबारी दिन यानी मंगलवार को शेयर 1.08 प्रतिशत की गिरावट के साथ 1,412.80 रुपये पर बंद हुआ। यह इस महीने की शुरुआत में 9 जुलाई को अपने एक साल के उच्चतम स्तर 1,551 रुपये से 8.91 प्रतिशत की गिरावट को दिखाता है। इस शेयर को लेकर एक्सपर्ट ने भी अनुमान लगाया है।
क्या कहा एक्सपर्ट ने
बिजनेस टुडे की खबर के मुताबिक वेल्थमिल्स सिक्योरिटीज में इक्विटी स्ट्रैटेजी के निदेशक क्रांति बाथिनी ने कहा कि रूसी तेल पर यूरोपीय संघ द्वारा नए लगाए गए प्रतिबंधों से रिलायंस को मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। इसके बावजूद, उन्होंने निवेशकों को गिरावट के दौरान शेयर खरीदने पर विचार करने की सलाह दी। बिजनेस टुडे से बातचीत में एंजेल वन के वरिष्ठ विश्लेषक (तकनीकी एवं डेरिवेटिव अनुसंधान) ओशो कृष्णन ने कहा- रिलायंस में हालिया तेजी के बाद कुछ मुनाफावसूली देखी गई है। शेयर को 1,400 रुपये के आसपास समर्थन दिखाई दे रहा है, जो आगे की गिरावट को सीमित कर सकता है। शेयर को लेकर घरेलू ब्रोकरेज मोतीलाल ओसवाल ने टारगेट प्राइस बदल दिया है। इसके मुताबिक शेयर ₹1700 तक जा सकता है। पहले शेयर का टारगेट प्राइस ₹1685 था। जून 2025 तक, कंपनी में प्रमोटरों की 50.07 प्रतिशत हिस्सेदारी थी।
कैसे रहे तिमाही नतीजे
रिलायंस इंडस्ट्रीज का मुनाफा अप्रैल-जून तिमाही में 78.3 प्रतिशत उछलकर 26,994 करोड़ रुपये हो गया जो इसका अबतक का सर्वाधिक तिमाही लाभ है। उपभोक्ता कारोबारों एवं निवेश बिक्री के शानदार प्रदर्शन से कंपनी का लाभ बढ़ा है। चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के वित्तीय नतीजों की सूचना देते हुए कहा कि कंपनी का मुनाफा अप्रैल-जून 2025 में 26,994 करोड़ रुपये यानी 19.95 रुपये प्रति शेयर रहा, जबकि पिछले साल की समान अवधि में यह 15,138 करोड़ रुपये था। बाजार पूंजीकरण के लिहाज से देश की सबसे मूल्यवान कंपनी आरआईएल का मुनाफा तिमाही आधार पर 39 प्रतिशत अधिक रहा। कंपनी ने जनवरी-मार्च तिमाही में 19,407 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था।