होम छत्तीसगढ़ Bhupesh Baghel son Chaitanya Baghel sent to 14 day judicial custody in liquor Scam was arrested on his birthday भूपेश बघेल के बेटे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजे गए , जन्मदिन के दिन किया था गिरफ्तार, Chhattisgarh Hindi News

Bhupesh Baghel son Chaitanya Baghel sent to 14 day judicial custody in liquor Scam was arrested on his birthday भूपेश बघेल के बेटे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजे गए , जन्मदिन के दिन किया था गिरफ्तार, Chhattisgarh Hindi News

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छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित शराब घोटाले में गिरफ्तार पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और कांग्रेस महासचिव के बेटे चैतन्य बघेल को जेल भेज दिया गया है। ईडी रिमांड खत्म होने के बाद मंगलवार की शाम उन्हें रायपुर की विशेष कोर्ट में पेश किया गया।

Aditi Sharma लाइव हिन्दुस्तानTue, 22 July 2025 06:20 PM

छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित शराब घोटाले में गिरफ्तार पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और कांग्रेस महासचिव के बेटे चैतन्य बघेल को जेल भेज दिया गया है। ईडी रिमांड खत्म होने के बाद मंगलवार की शाम उन्हें रायपुर की विशेष कोर्ट में पेश किया गया। यहां से उन्हें 14 दिन की न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया। ईडी की इस कार्रवाई को लेकर आज ही कांग्रेस ने पूरे प्रदेश में चक्काजाम और आर्थिक नाकेबंदी कर अपनी ताकत दिखाई थी। चैतन्य को कोर्ट में पेश करने के दौरान हजारों की संख्या में कांग्रेसी मौजूद रहे।

बता दें कि ईडी ने 18 जुलाई की सुबह भिलाई- 3 के बघेल निवास पर छापा मारकर चैतन्य बघेल को उनके जन्मदिन के दिन ही गिरफ्तार किया था। उन पर छत्तीसगढ़ शराब घोटाले से जुड़ी मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप है। मामले में पूछताछ के लिए कोर्ट ने उन्हें 5 दिन की रिमांड पर भेजा था। आज रिमांड खत्म होने पर आज उन्हें दोबारा रायपुर की विशेष कोर्ट में पेश किया गया।

बता दें कि 21 जुलाई को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) रायपुर जोनल कार्यालय की ओर से प्रेस नोट में दी गई जानकारी के अनुसार, ईडी ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पुत्र चैतन्य बघेल को 18 जुलाई को धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA), 2002 के तहत गिरफ्तार किया है। शराब घोटाले की जांच ईडी ने भारतीय दंड संहिता (IPC) की विभिन्न धाराओं और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 के तहत एसीबी/ईओडब्ल्यू रायपुर द्वारा दर्ज एफआईआर के आधार पर शुरू की थी।

प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि इस घोटाले के कारण प्रदेश के खजाने को भारी नुकसान हुआ और करीब 2,500 करोड़ रुपये की अवैध कमाई (पीओसी) घोटाले से जुड़े लाभार्थियों की जेब में पहुंचाई गई। ईडी की जांच से पता चला है कि चैतन्य बघेल को 16.70 करोड़ रुपये की पीओसी प्राप्त हुई थी। उन्होंने उक्त पीओसी को मिलाने के लिए अपनी रियल एस्टेट फर्मों का इस्तेमाल किया था। यह पता चला है कि उन्होंने पीओसी की उक्त नकद राशि का उपयोग अपने रियल एस्टेट प्रोजेक्ट के विकास में किया था।

पीओसी का उपयोग उनके प्रोजेक्ट के ठेकेदार को नकद भुगतान, नकदी के खिलाफ बैंक प्रविष्टियों आदि के माध्यम से किया गया था। उन्होंने त्रिलोक सिंह ढिल्लों के साथ भी मिलीभगत की और अपनी कंपनियों का उपयोग एक योजना तैयार करने के लिए किया जिसके अनुसार उन्होंने त्रिलोक सिंह ढिल्लों के कर्मचारियों के नाम पर अपने “विठ्ठलपुरम प्रोजेक्ट” में फ्लैटों की खरीद की आड़ में अप्रत्यक्ष रूप से 5 करोड़ रुपये प्राप्त किए। बैंकिंग ट्रेल है जो इंगित करता है कि लेन-देन की प्रासंगिक अवधि के दौरान, त्रिलोक सिंह ढिल्लों ने अपने बैंक खातों में शराब सिंडिकेट से भुगतान प्राप्त किया।

उन पर शराब घोटाले से उत्पन्न 1000 करोड़ रुपये से अधिक के पीओसी (POC) को संभालने का भी आरोप है। वह छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के तत्कालीन कोषाध्यक्ष को पीओसी हस्तांतरित करने के लिए अनवर ढेबर और अन्य के साथ समन्वय करते थे। ईडी द्वारा की गई जांच से पता चला है कि इस शराब घोटाले से प्राप्त धनराशि को आगे निवेश के लिए बघेल परिवार के प्रमुख सहयोगियों को भी सौंप दिया गया था। इस धनराशि के अंतिम उपयोग की आगे जांच की जा रही है।

(रिपोर्ट संदीप दीवान)

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