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Bihar Chunav 2025: बिहार में महागठबंधन ने AIMIM को गठबंधन में शामिल करने से मना कर दिया. RJD और कांग्रेस का मानना है कि AIMIM की धार्मिक ध्रुवीकरण वाली छवि से सीमांचल के बाहर महागठबंधन को नुकसान हो सकता है. यह …और पढ़ें
महागठबंधन में असदुद्दीन ओवैसी की AIMIM की ‘नो एंट्री’
हाइलाइट्स
- RJD और कांग्रेस ने AIMIM की कट्टर छवि को गठबंधन के लिए जोखिम माना.
- बीजेपी को हिंदू वोटों के ध्रुवीकरण का कोई मौका नहीं देना चाहता महागठबंधन.
- AIMIM का जनाधार सीमांचल तक सीमित, बाकी बिहार में इसका प्रभाव नगण्य.
AIMIM की ध्रुवीकरण छवि
सीमांचल में सीमित प्रभाव
AIMIM की तरफ से बार-बार गठबंधन की पेशकश के बावजूद RJD नेता मानते हैं कि उनकी मौजूदगी से सीमांचल में फायदा हो सकता है, लेकिन मिथिलांचल, चंपारण और मगध जैसे क्षेत्रों में गठबंधन को नुकसान होगा. RJD सांसद मनोज झा ने AIMIM को ‘सैद्धांतिक समर्थन’ देने की सलाह दी, लेकिन गठबंधन में शामिल करने से इनकार कर दिया. कांग्रेस सांसद अखिलेश प्रसाद सिंह ने भी AIMIM को ‘सांप्रदायिक’ करार देते हुए गठबंधन की संभावना खारिज की. दूसरी ओर, ओवैसी ने महागठबंधन के इनकार को ‘एकतरफा प्यार’ करार देते हुए तीसरा मोर्चा बनाने की बात कही है. यह रणनीति बिहार में नया सियासी समीकरण बना सकती है, लेकिन इसका असर महागठबंधन के लिए नुकसानदायक हो सकता है.

पत्रकारिता क्षेत्र में 22 वर्षों से कार्यरत. प्रिंट, इलेट्रॉनिक एवं डिजिटल मीडिया में महत्वपूर्ण दायित्वों का निर्वहन. नेटवर्क 18, ईटीवी, मौर्य टीवी, फोकस टीवी, न्यूज वर्ल्ड इंडिया, हमार टीवी, ब्लूक्राफ्ट डिजिट…और पढ़ें
पत्रकारिता क्षेत्र में 22 वर्षों से कार्यरत. प्रिंट, इलेट्रॉनिक एवं डिजिटल मीडिया में महत्वपूर्ण दायित्वों का निर्वहन. नेटवर्क 18, ईटीवी, मौर्य टीवी, फोकस टीवी, न्यूज वर्ल्ड इंडिया, हमार टीवी, ब्लूक्राफ्ट डिजिट… और पढ़ें